सरकार की योजनाओं को ठेंगा दिखा रहे हैं ब्लाक के कर्मचारी व अधिकारी : ममता
कोरोना महामारी के संकट काल में प्रवासी मजदूर भाइयों के लिए 2 जून की सही समय रोटी मिल जाए इसके लिए सरकार द्वारा मनरेगा योजना शुरू करके सहयोग करने का काम किया गया हैं मगर ब्लाक के कर्मचारी और अधिकारी इस महामारी काल में मजदूरों से 5 दिन काम कराने के बाद 25 दिन की मजदूरी खाते में डाल कर पूरे धड़ल्ले से निकाल ले रहे हैं जो कार्य मजदूरों से कराया जाना चाहिए वह कार्य ट्रैक्टर जेसीबी से करा कर काफी बड़े पैमाने पर ब्लॉक की मिलीभगत से भुगतान किया गया है जोगलत है। समाजवादी पार्टी की अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रदेश सचिव व वरिष्ठ नेता व पूर्व जिला पंचायत सदस्य ममता चंद्रा ने शासन से मांग की आएगी ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जांच कर त्वरित में कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि फतेहपुर मंडाव ब्लाक के कर्मचारी व अधिकारी सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना का मजाक बनाकर रख दिए हैं मुझे तो ऐसा प्रतीत होता है कि मुख्यमंत्री से भी इन लोगों को जरा सा डर नहीं लग रहा है। इस मामले की जांच करने सीएम के निर्देश पर सम्बन्धित मंत्री रतनपुरा ब्लाक में मात्र 3 गांव में गए और पूरी कलई खुल गई, जिसमें बीडीओनिलंबित व सीडीओ को प्रतिकूल प्रविष्टी मिल चुका है। ऐसे ही फतेहपुर मंडाव ब्लॉक में मात्र तीन ही गांव आ कर के अगर चेक कर ले तो शासन द्वारा चलाई गई एवं ब्लॉक के द्वारा फर्जी भुगतान किए गए कारनामों की पूरी कलई खुल जाएगी। इस महामारी के काल में भी मजदूरों के खाते से पैसा निकालकर गलत ढंग से ब्लॉक के अधिकारी व कर्मचारी मौज मस्ती कर रहे हैं और सीधे-सीधे प्रशासन को ठेंगा दिखाने का काम फतेहपुर मंडाव ब्लॉक में हो रहा है ऐसा भी नहीं है कि पूरे फतेहपुर मंडाव ब्लॉक में हो रहा है मात्र कुछ ही गांव ऐसे हैं जो अधिकारियों के चहेते हैं जो अधिकारियों के शरण में फल फूल रहे हैं जिन पर यहां के अधिकारी मेहरबान हैं वह लोग खाओ और खिलाओ का काम पूरी तरह से कर रहे हैं।


