शराब की दुकानों के खोलने सम्बंधित निर्णय को लेकर सोशल मीडिया पर घमासान
■ “जब शराब लेने निकले तो ताली बजाकर उसका उत्साहवर्धन करें…
■ क्योंकि वह देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने जा रहा है”
(श्रीराम जायसवाल)
मऊ। पूरे देश में चल रहे लॉक डाउन के दौरान जहां एक तरफ खाद्यान, राशन, सब्जी, फल व दवा की दुकानों को छोड़कर सभी तरह की दुकानें पूर्णतया बंद हैं। वहीं सरकार द्वारा शराब की दुकानों को खोलने के निर्णय को लेकर सोशल मीडिया पर घमासान मचा हुआ है। एक तरफ जहां लोग सरकार के इस निर्णय पर प्रश्न चिह्न लगा रहे हैं, वहीं शराबियों को लेकर फेसबुक व व्हाट्सएप पर चुटकुलों का दौर शुरू हो गया है।
गौरतलब हो कि वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए एकमात्र विकल्प लॉक डाउन के दौरान शहर से लेकर गांव तक बाजार पूर्णतया बंद कर दिए गए। इस दौरान लोगों को तमाम कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ रहा है लेकिन रोग से बचाव के लिए प्रधानमंत्री के आह्वान पर लोग तमाम कष्ट सहते हुए भी लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही लगभग समूचे देश में 4 मई से शराब की दुकानों को खोल दिए जाने के निर्देश के बाद आम जनता अवाक सी रह गई है। खास बात यह है कि शराब की दुकानों को खोलने के पीछे राजस्व बढ़ाने का तर्क दिया जा रहा है।
ऐसे में लोगों द्वारा तरह तरह के सवाल खड़े करने शुरू हो गए। लोगों ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री द्वारा आह्वान किया जा रहा है कि समाज के सक्षम लोग जरूरतमंदों, गरीब मजदूर असहाय को राशन के इसके साथ ही आवश्यक सामग्री से मदद करें। वहीं व्यापक पैमाने पर एक अभियान के तहत प्रधानमंत्री राहत कोष, मुख्यमंत्री राहत कोष के साथ ही जनपद स्तरीय राहत कोष में लोगों से दान दिलवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और काफी बड़ी तादाद में लोगों ने चढ़कर कर राशन वितरण के साथ ही राहत कोष में नगद जमा भी कर आए। अब ऐसे में जब समूचा देश इस वैश्विक महामारी के खिलाफ सरकार के साथ कदम से कदम मिलाए खड़ा है वहीं राजस्व जुटाने के लिए शराब की दुकानों को खोलने का मक़सद सरकार ही जान सकती है। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों ने दावा किया कि यदि शराब की दुकानों पर आधार कार्ड की अनिवार्यता कर दी जाए तो सबसे अधिक वही लोग शराब खरीदते मिलेंगे जिन्हें राशन की राहत पहुंचाई जा रही है।
वहीं एक बड़ा समूह ऐसा भी है जो सोशल मीडिया पर कटाक्ष करता नजर आ रहा है। स्थिति हो गई है कि फेसबुक व्हाट्सएप से लेकर ट्विटर तक ऐसी पोस्टों से भर गए हैं।
-आज मधुशालाये ज्यादा गुलजार है, सुबह से ही चारो तरफ उमंग और उल्लास का माहौल है। बस चिखना वाली दुकाने बन्द है, लगे हाथ उन गरीब दुकानदारों को भी आदेश हो जाता।
-आज लोगों की जान दांव पर लगाकर सरकार शराब बेच रही है😠
Wine_Shop #Lockdown
-राज्य सरकारों ने छूट क्या दी पूरे देश में होड़ मच गई शराब की दुकान पर जाने और उसे खरीदने हेतु…. और बहाना भी अच्छा बना लिया है बॉडी केअंदर भी सैनिटाइजर करना है…..
कल जब शराब लेने निकले तो ताली बजाकर उसका उत्साहवर्धन करें…😂😂
क्योंकि वह देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देने जा रहा है😂😂
🤔🤔

