सरकार बनाओ – सरकार बनाओ…
■ समय सापेक्ष हास्य…
(किशोर कुमार धनावत)
सरकार बनाओ – सरकार बनाओ,
मौसम अनुकूल है अचार बनाओ।
सबकी सोच मिलनी जरुरी नहीं है,
विपक्ष को हराना है समाचार बनाओ।
कुर्सी के लिए शिक्षा दिक्षा नहीं चाहिए,
बस फोटो छपवाकर प्रचार कराओ।
सरकार बनाओ.. …..
जैसे अचार में मसालों का ढेर होता है,
वैसे ही पार्टियों का एक मिश्रण बनाओ।
बेरोजगारी के नाम पर अपने चमचों के,
मालदार कुर्सियों पर उनके पैर जमाओ।
चमचागीरों भीड़ लगी है बाहर में,
करना धरना कुछ नहीं बंटाधार कराओ।
सरकार बनाओ…. …
😊💐😊💐😊
(कृपया अन्यथा न लें)
किशोर कुमार धनावत,
रायपुर,
४-५-२०२१