रचनाकार

ट्रेन से शुरू हुई दोस्ती, जिन्दगी के मोड़ और एक नई शुरुआत

✍🏻वर्षा भिवगड़े…

राशि, एक महत्वाकांक्षी और सपनों से भरी युवती, जिसकी पढ़ाई स्वास्थ्य समस्याओं के कारण रुक गई थी, अपनी जिंदगी के नए मोड़ पर एक ट्रेन यात्रा के दौरान राजेश से मिलती है। राजेश, जो रेलवे कर्मचारी है, दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू होता है और धीरे-धीरे यह एक गहरी दोस्ती में बदल जाती है।

जब नागपुर स्टेशन पर ट्रेन देर से पहुंचती है, राजेश राशि को घर छोड़ने का प्रस्ताव देता है। हालांकि राशि अपने भाई के आने की बात कहकर मना कर देती है, लेकिन राजेश उसे अपना नंबर देकर किसी भी मदद के लिए कॉल करने को कहता है। घर पहुंचने पर राशि राजेश को मैसेज करके सुरक्षित पहुंचने की जानकारी देती है। इसी छोटी-सी बातचीत से उनकी दोस्ती की शुरुआत होती है।

दोस्ती से प्यार तक का सफर

समय के साथ दोनों एक-दूसरे के दुख-सुख बांटने लगते हैं। राजेश अपनी गर्लफ्रेंड के किसी और से प्यार करने की बात साझा करता है, तो राशि भी अपने बॉयफ्रेंड द्वारा किए गए धोखे की कहानी सुनाती है। इन हालातों में दोनों एक-दूसरे को सांत्वना देते-देते करीब आ जाते हैं।

राजेश, राशि को उसकी रुकी हुई पढ़ाई पूरी करने के लिए प्रेरित करता है। राशि उसकी बात मानकर पत्रकारिता में डिग्री हासिल करती है और इस क्षेत्र में अपना नाम बनाती है। वहीं, राजेश छत्तीसगढ़ पुलिस की परीक्षा में चयनित होकर सब-इंस्पेक्टर बनता है।

दूरियां और नई चुनौतियां

सब कुछ ठीक चल रहा होता है, तभी राजेश की जिंदगी में एक नई लड़की की एंट्री हो जाती है। इससे वह राशि से दूर होने लगता है। उसने राशि को खुद से दूर करने के लिए उसे बुरा-भला कहना शुरू कर दिया और ट्रेनिंग के लिए चला गया। इस दूरी ने राशि को अकेला कर दिया।

राशि ने इस परिस्थिति में खुद को संभालते हुए रायपुर छोड़कर पुणे में अपने परिवार के पास शरण ली और फिर हैदराबाद जाकर अपने करियर पर ध्यान केंद्रित किया। वह अपने क्षेत्र में सफल रही, लेकिन शादीशुदा जिंदगी में असफल होने के बाद एक बार फिर अकेलेपन का सामना करना पड़ा।

पुराने रिश्ते की वापसी

राजेश, जो अब अपनी गलती का एहसास करता है, राशि से दोबारा बात करने की कोशिश करता है। लेकिन 9 साल के इस रिश्ते में धोखा खाने के बाद भी राशि ने राजेश को एक दोस्त के रूप में स्वीकार किया। हालांकि, उसने स्पष्ट कर दिया कि वह अब सच्चे प्यार की तलाश में है और अपने करियर पर ध्यान देने का फैसला कर चुकी है।

नई शुरुआत

राशि ने यह साबित किया कि कठिनाइयों और धोखे के बाद भी जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है। उसने अपने सपनों को फिर से जिया और अपने आत्मसम्मान को बनाए रखा। राजेश ने अपनी गलतियों से सबक लिया और इस कहानी ने यह सिखाया कि सच्चे प्यार और सम्मान के बिना कोई रिश्ता टिक नहीं सकता।

राशि आज एक सफल पत्रकार और स्वतंत्र महिला है, जो अपने जीवन के हर पल को अपनी शर्तों पर जी रही है। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में रिश्ते चाहे जितने भी मुश्किल हों, आत्मविश्वास और दृढ़ निश्चय से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।

 

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