तेज आंधी व तूफानी बारिश से चौतरफा तबाही का मंजर
■ घरों व दुकानों में घुसा पानी जमकर गिरे ओले
(फतेह बहादुर गुप्ता)
रतनपुरा/मऊ। तेज आंधी तूफानी बारिश और ओलों की बरसात से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया, भारी मात्रा में क्षति भी हुई । मंगलवार की सायं अचानक लगभग 4:00 बजे मौसम ने करवट बदली और तेज हवा, तूफानी बारिश और भारी मात्रा में ओले गिरे । स्थानीय क्षेत्र के मेवड़ी कला ग्राम पंचायत में एक मुर्गी फार्म इस तेज आंधी व बारिश की भेंट चढ़ गया और मिट्टी के गारे से जुड़ी हुई उसकी दीवार ही धराशाई हो गई । ऊपर पड़ा सीमेंट का करकट भी तहस नहस हो गया और बड़ी मात्रा में मुर्गियां इसमें दब गए । संजय राम को इस मुर्गी फार्म से लगभग लाखों का नुकसान हुआ । इसी क्रम में स्थानीय बाजार सहित विभिन्न गांव में अनेक लोगों के दुकान पर लगे करकट के आशियाने दूर दूर तक बिखर गए, खंड विकास अधिकारी परिसर में लगा एक पेड़ भी आंधी के चलते गिर गया जिससे रतनपुरा ठैंचा मार्ग कुछ देर के लिए अवरुद्ध हो गया । सबसे ज्यादा परेशानी उन किसानों के समक्ष हो गई जो अब तक गेहूं के फसल की कटाई एवं मड़ाई नहीं कर पाए हैं, उनका तो सब कुछ बर्बाद हो गया खेतों में रखें गेहूं के बोझ दूर-दूर तक उड़े और बिखर गए । भारी लागत और कठिन परिश्रम से तैयार गेहूं की फसल अंतिम समय में इस तरह दगा देगी यह किसानों ने कभी सोचा भी नहीं था, किसान खून के आंसू पीने को मजबूर हैं । गेहूं क्रय केंद्र पर भी किसानों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी ट्राली में रखा गेहूं वो चाह कर भी नहीं बचा सके क्योंकि तेज हवा के चलते ढकने के लिए जो प्लास्टिक रखे थे वह प्लास्टिक भी फट गया और किसानों का गेहूं पूरी तरह लबालब भींग गया । इस औचक बरसात से चौतरफा अफरा-तफरी का माहौल है और जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है जब तेज आंधी पानी और तूफानी बारिश के बीच सफेद सफेद ओले पड़ रहे थे तो लोग ओलों को हाथ में उठाकर प्रकृति की विनाश लीला की चर्चा कर रहे थे । कुल मिलाकर मौसम के अचानक इस करवट से भारी नुकसान और तबाही का मंजर चौतरफा दिखाई दे रहा है ।
जाको राखे साइयां मार सके ना कोय…
रतनपुरा/मऊ। “जाको राखे साइयां मार सके नहीं कोय” की कहावत उस समय चरितार्थ हुई जब तेज आंधी और तूफानी बारिश में लखनऊ बलिया राजमार्ग पर हलधरपुर बिलौंझा मोड़ के पास एक विशालकाय पेड़ सड़क पर गिर गया और एक ट्रक मात्र कुछ क्षणों की दूरी के लिए उस गिरने वाले पेड़ की चपेट से बच गया । ट्रक चालक इस हादसे से आवाक रह गया और ईश्वर का शुक्र मना रहा था कि आज ईश्वर ने हमें बाल बाल बचा लिया वर्ना अंजाम सोच कर ही मैं काफी भयभीत हो रहा हूं,इस दुर्घटना से सहमा ट्रक चालक बाल बाल बचने पर काफी भावुक हो गया था ।

