पिताजी : पितृ चरणों में वंदन
( डॉ गुलाब चंद पटेल )
मेरा जन्म किसान परिवार में हुआ था, मेरे पिताजी किसान थे किंतु बिना बारिश खेत में अन्न नहीं पैदा नहीं हो रहा था इस लिए वे कपड़ा मिल मे ड्यूटी पर अहमदाबाद जाते थे,
मेरा नाम उन्हों ने ही पाठ शाला में गुलाब चंद पटेल लिखवाया था,
हम खेत में किताब लेकर जाते थे, बैल और भैस को चारा चराते थे,
गांव की स्कूल में रिसेश मे बैल और भैस को पानी पिलाने तालाब ले जाते थे, फिर दौड़कर स्कूल में पढ़ने के लिए पहुच जाते थे
मे 11 वी कक्षा में आया और पिताजी निवृत हो गए, पूरे परिवार की जिम्मेदारी हम पर निर्भर हो गया,
हमने एक साल इंजीनियरिंग वर्क शॉप रेल्वे मे काम किया, हमने इन्हीं पैसो से बचत कर के अहमदाबाद में विजय ट्यूशन क्लास में हिस्सा लेकर बोर्ड की परीक्षा पास की ओर कॉलेज में प्रवेश लिया,
हमने कॉलेज के साथ साथ चार साल बी ए स एल अहमदाबाद में सर्विस किया, इस दौरान शिक्षा कार्यालय अहमदाबाद में क्लर्क मे जॉब पाई, हमे सीधा भर्ती मे मुख्य क्लर्क की पद पर नियुक्त किया गया,
हमारा तबादला पोरबंदर गांधीजी की जन्म भूमि पर डायट की ऑफिस में हुआ, हमने वहा देखा तो छोटे छोटे बच्चे तंबाकू वाला पान मसाला खा रहे थे,
5 सितंबर 2008 मे मुख्य मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की विधायअर्थी ओ के साथ ऑन लाइन गोष्ठी हमारे ऑफिस में चल रही थी, हमारी ऑफिस की बिल्डिंग में ही राम बा बी एड कॉलेज चल रहा था उसके विधायअर्थी ऑफिस में टीवी पर ऑन लाइन गोष्ठी में शामिल हुए थे, उन्हों ने संकल्प लिया कि हम पांच अनपढ़ को पढ़ायेंगे, पांच वृक्ष लगाएंगे, हमने भी संकल्प लिया कि हम व्यसन मुक्ति अभियान चलाएंगे,
जब मोदीजी पोरबंदर गरीब कल्याण मेले में 2009 मे आए तो इन्हें पता चला कि कोई सरकारी अधिकारि यह अच्छा काम व्यसन मुक्ति अभियान चला रहा है, उन्होंने मुजे सर्किट में बुलाया और हमारा सम्मान किया,
यह अभियान आज भी चल रहा है, 350 से अधिक स्कूल एवं कॉलेज में व्यसन मुक्ति प्रोग्राम किया गया है
इसके अलावा हम ब्रेसट कैंसर अवेर्नेस प्रोग्राम आयोजक हे, गुजरात टीम हम चला रहे हैं, करीबन 6 साल से ये चल रहा है, 15 से अधिक महिला ओ की अवेर्नेस के लिए प्रोग्राम किए गए हैं, पांच डॉक्टरों की टीम जुड़ी हुई है
इसके अलावा हम हिन्दी गुजराती कवि लेखक अनुवादक हे
अभी लोक डाउन मे साहित्य मंच गांधी नगर की स्थापना की है, संस्था का मे अध्यक्ष हू, करीबन 24 कार्यक्रम ऑन लाइन कवि सम्मेलन और सम्मान कार्य क्रम अब तक दो महीनों के दौरान किए गए हैं,
दो पुस्तक ऑन लाइन पब्लिश किया गया है
गांधी काव्य कुंज गुजराती और वैश्विक परिप्रेक्ष्य में गांधीजी और अन्य शोध हिंदी मे ई बुक में पब्लिश हे,
1 मई 2020 को आयोजित गांधीजी के जीवन पर आधारित कवि सम्मेलन गुजराती में देश से 50 कवि ओ ने कविता प्रस्तुत किया गया था, उसका संकलन किया और पुस्तक प्रकाशित किया गया, उसका विमोचन ऑन लाइन भूत पूर्व समाहर्ता भाग्येश जहा साहब के कर कमलों से किया गया और वैश्विक परिप्रेक्ष्य में गांधीजी और अन्य शोध पुस्तक का विमोचन गांधी नगर साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री विष्णु भाई पंड्या जी द्वारा किया गया है
यह जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री श्री विजय रुपानी साहब को मिली तो गुजराती में महात्मा गांधी साहित्य सेवा मंच गांधी नगर को और हमे अभिनंदन पत्र प्रदान किया गया है,
मेरी पुस्तक वैश्विक परिप्रेक्ष्य में गांधीजी और अन्य शोध पुस्तक के लिए भी हिंदी में मुजे शुभ कामनाएँ भेजी गई है।
कवि लेखक अनुवादक
नशा मुक्ति अभियान प्रणेता
ब्रेसट कैंसर अवेर्नेस प्रोग्राम आयोजक
इंडियन लायंस गांधी नगर
Mo 09904480753