भेदभाव यूं निकट न आए, प्रेम करें हर व्यक्ति से…
@ डा. प्रमोद कुमार अनंग…
“राष्ट्र सुरक्षित हो जाएगा”
सूझ – बूझ की शक्ति से।
कष्ट हरो अनुरक्ति से।।
राष्ट्र सुरक्षित हो जाएगा।
जन , सपूत की भक्ति से।।
हृदय प्रेम से भर जाता है।
मधुर स्नेह अभिव्यक्ति से।।
सुधरेगा भारत भविष्य भी।
छद्म रहित जनशक्ति से।।
झूठ प्रपंच छोड़कर आओ।
लक्ष्य भेदने युक्ति से।।
एक रहेंगे मिलकर हमसब।
बचकर रहे विभक्ति से।।
मन में हो अनुराग सदा ही।
जन्मभूमि आसक्ति से।।
भाव समर्पण सेवा का हो।
जन हित करें विरक्ति से।।
भर साहस उत्साह ह्रदय में।
जीत आसुरी शक्ति से।।
ज्ञान भक्ति वैराग योग है।
देश – राग संपत्ति से।।
हम हैं विश्वगुरु के वंशज।
तुलना क्या है संसृति से।।
भेदभाव यूं निकट न आए।
प्रेम करें हर व्यक्ति से।।……”अनंग “