जन्म से कटे होठ एवम कटे तालु के 15 बच्चे चिन्हित, हुआ पंजीकरण, निःशुल्क ऑपरेशन के लिए भेजा गया
मऊ, 28 सितंबर 2024। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा राहुल सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं सावित्री अस्पताल गोरखपुर के संयुक्त तत्वाधान में पोषण माह के अंर्तगत, आज शनिवार 28 सितंबर 2024 को प्रातः 11 बजे से दोपहर 02 बजे तक, जिला चिकित्सालय पुरुष में जन्मजात दोष की विकृति को दूर करने के लिए कटे होठ एवं कटे तालु के बच्चों उम्र 0 से 19 वर्ष तक के शिशुओं, बच्चों तथा किशोरों का स्क्रीनिंग पश्चात 15 चिन्हित हुए उनका पंजीकरण कर लिया गया है अब उन्हें क्रमवार निःशुल्क ऑपरेशन के लिए भेजा जायेगा।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा बीके यादव ने बताया कि जिले के सभी ब्लाकों पर आरबीएसके की टीम द्वारा गृह भ्रमण कर कटे फटे होठ तालु वाले के बच्चों की स्क्रीनिंग की जाती है, तत्पश्चात उन्हें शिविर के माध्यम से पंजीकरण कर निशुल्क उपचार के लिए क्रमवार भेजा जाता है, इसी क्रम में शनिवार को स्क्रीनिंग के पश्चात 2 बच्चों को इलाज के लिए गोरखपुर भेजा गया।
डा बीके यादव ने बताया कि ऑपरेशन जितना जल्दी निर्धारित कम उम्र में होगा उतना ही जल्दी बच्चा स्वस्थ एवम सुंदर दिखने लगेगा। इस विकृति से पीड़ित बच्चा जो हीन भावना से ग्रस्त है, या हो सकता है, वह उससे भी बच जायेगा।
डीईआइसी मैनेजर अरविन्द कुमार वर्मा ने बताया कि आरबीएसके कार्यक्रम तहत 28 सितंबर को कटे होठ एवम कटे फटे तालु के लिए लगे शिविर में 15 बच्चों एवम किशोरों पंजीकरण किया गया। इनमें से 2 बच्चों को सरकारी खर्चे पर ऑपरेशन के लिए शनिवार को ही सावित्री हॉस्पिटल गोरखपुर निःशुल्क एंबुलेंस से भेज दिया गया।
सावित्री हॉस्पिटल गोरखपुर के कार्यक्रम समन्वयक डा हसन फरीद ने बताया कि जन्म से 19 वर्ष के उम्र का भी कोई स्वस्थ्य बच्चा या युवा जिसका कटे होठ या कटे तालु हैं, वो बाद में कभी भी वर्ष भर आरबीएसके कार्यक्रम के माध्यम से सीधे सावित्री हॉस्पिटल गोरखपुर में जो स्माइल ट्रेन संस्था से संबद्ध है, यहां आकर निःशुल्क उपचार का लाभ ले सकते है।
शिविर में डीपीएम एनएचएम रविन्द्र नाथ, डीसीपीएम संतोष सिंह, हेल्प डेस्क मैनेजर राम प्रवेश, पीएसआई इंडिया से केवल सिंह सिसोदिया, अर्बन से बबलू, डीपीएमयू से अमित, आरबीएसके टीमों के चिकित्सक एवम सावित्री हॉस्पिटल के चिकित्सक एवम कर्मी इत्यादि उपस्थित रहे।