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संक्रामक बीमारियों की प्रमुख वजह है गंदगी, अशुद्ध हवा-पानी, खान-पान व मख्खी मच्छरों का प्रकोप: डा. नम्रता

मऊ। एक तरफ जहाँ लोग अपने घरों की साफ-सफाई, दीप जलाने, पूजापाठ व पटाखे बजा दीपावली मना माँ लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने में लगे रहे वहीं दूसरी तरफ जिले की होमियोपैथिक चिकित्सक दंपति डा. नम्रता श्रीवास्तव व डा. अरविन्द श्रीवास्तव, मऊ में फैले संक्रामक बीमारियों की रोकथाम बचाव के उपाय व सैकड़ों मरीजों की सेवा कर दुआएँ बटोरते रहे। मलिकताहिर पुरा में कैंप करने के उपरांत शनिवार को दुसरे दिन भी औरंगाबाद सहन में निःशुल्क शिविर लगाया। जगरूकता गोष्ठी को संबोधित करते हुए जिला अस्पताल मऊ की होमियोपैथिक विषेशज्ञा डा. नम्रता श्रीवास्तव ने बताया कि संक्रामक बीमारियों की प्रमुख वजह है गंदगी अशुद्ध हवा-पानी खान-पान व मख्खी मच्छरों का प्रकोप। इससे बचने के लिए स्वयं की स्वच्छता के साथ-साथ हमें अपने घर, गली मुहल्ले और षहर को साफ रखना चाहिए, सुबह-शाम भरपूर कपड़े पहनना चाहिए आस-पास पानी को नहीं ठहरने देना चाहिए, रोजाना कम से कम 5 बार हाथ किसी अच्छे साबुन या हैण्ड वाश से धोना चाहिए, छींकते खांसते समय अपने नाक-मुंह को ढ़कना चाहिए और पानी उबाल कर पीना चाहिए, साथ ही हमेशा ताजा भोजन करना चाहिए। होमियोपैथिक प्रवक्ता डा. अरविन्द श्रीवास्तव नें कहा की मऊ में इस समय खास तौर पर डेंगू व मलेरिया फैला है जिसे समय रहते पहचान कर माकूल इलाज कराना चाहिए। यह बीमारी सर्दी जुखाम, सर दर्द, आँखों मे दर्द, के साथ षुरू होकर तेज बुखार के साथ जोड़ो व हडिड्यों में तेज दर्द होने लगता है मानो हड्डी टूट जाएगा। साथ ही बहुत कमजोरी, सुस्ती, चक्कर,उल्टी व त्वचा पर लाल-लाल दाने व चकत्ते होने लगता है ऐसे में तत्काल चिकित्सक से परामर्श कर खून की जाँच करानी चाहिए। होमियोपैथी में इसके रोकथाम के साथ ही माकूल इलाज संभव है। जामिया मस्जिद, औरंगाबाद के इमाम मौलाना खुर्शीद अहमद मिफताही ने अपने अध्यक्षीय भाषण में बताया कि जरूरतमंदों की चिंता करना व उनकी स्वास्थ्य की सेवा करना अल्लाह की सेवा करने जैसा है। और उपर वाले से दुआ है की चिकित्सक दंपति के हाथों मे षफा दें।
कार्यक्रम को मऊ सेवा समिति के मो0 अल्तमस अंसारी डी.सी.एस.के. के छात्र नेता मो0 अरशद बशर, मो0 अंसारी इर्शाद अहमद शारदा, मो0 दानिश, मोलबी मुमताज अहमद मजहरी इत्यादि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट मजहर मेजर ने किया इस अवसर पर प्रफुल, रामविजय, अनूज, हरिनरायन पाण्डेय, शिवानी आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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