राजनीतिक लोग करेंगे बातचीत, सेना करेगी अपना काम : विपिन रावत
गाजीपुर। पड़ोसी देशों से बातचीत के जरिए सीमा समस्या का समाधान राजनीतिक लोगों का कार्य है लेकिन सीमा की रक्षा के लिए सेना अपने ढंग से काम करती है और करती रहेगी। उक्त बातें थलसेनाध्यक्ष विपिन रावत ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान एक सवाल का जबाब देते हुए कहा। पाकिस्तान थलसेनाध्यक्ष द्वारा सीमा विवाद में गोली नही बोली हल निकालने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बातचीत सरकार व राजनेताओं का कार्य है। लेकिन सेना देश की रक्षा में कोई कोताही बरतने के मूड में नही है। चीन व पाकिस्तान में कौन बड़ा दुश्मन के सम्बंध में उन्होंने बताया कि जब हम सेना के जवान देश के सीमा पर तैनात हैं हमारे देश से कोई बड़ा नही है। लगातार सैन्य कैम्पों पर आतंकी हमलों से पुनः सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कार्यवाही पर उन्होंने कहा कि सभी से सेना अपने ढंग से निपट रही है और आवश्यकता पड़ने पर कोई भी कार्यवाही की जा सकती है। सेना जवानों द्वारा लगातार खाने व अन्य सामग्री के गुणवत्ता के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी भी जवान को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर उसका उचित फोरम बना हुआ है जहाँ सभी समस्याओं का निदान होता है। चीन से डोकलाम सीमा विवाद को वार्ता समझौता द्वारा हल पर संतोष जताते हुए कहा कि समझौता पर दोनों देश क़ायम रहेगी तो कोई समस्या नही है। वही घाटी में पत्थरबाजों पर बड़े पैमाने पर अंकुश लगाने में सफलता के साथ ही आतंकी वारदातों में कमी का दावा किया गया। गाजीपुर जनपद में सेना भर्ती कैम्प पर विचार के साथ ही युवाओं को सेना भर्ती लायक प्रशिक्षण केंद्र सम्बंधित विषय पर विचार करने को कहा।