अपना जिला

नसबंदी छोड़ परिवार नियोजन की अन्य सभी सेवाएं होंगी बहाल

■ पुनः शुरू होगा निःशुल्क गर्भनिरोधक इंजेक्शन, गोली व कंडोम का वितरण
■ कोविड-19 से बचाव के लिए जारी सामान्य प्रोटोकॉल का पालन करना भी रहेगा जरूरी


मऊ। कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए स्थगित की गईं स्वास्थ्य सेवाओं को सरकार अब धीरे-धीरे फिर से शुरू कर रही है । आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं के बाद अब परिवार नियोजन की सेवाओं को भी बहाल करने के निर्देश दे दिए गये हैं । ‘छोटा परिवार सुखी परिवार’ की सोच को साकार बनाने के लिए परिवार नियोजन के तहत दी जाने वाली सेवाओं में एक बार फिर से तेजी आएगी हालांकि नसबंदी की सेवा को अभी रोका गया है। इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के मिशन निदेशक विजय विश्वास पंत ने पत्र के माध्यम से मऊ सहित प्रदेश के समस्त मुख्य चिकित्साधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किया है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सतीशचन्द्र सिंह ने बताया कि परिवार नियोजन की सेवाओं के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली महिला व पुरूष नसबन्दी को छोड़कर अन्य सभी सेवाएं सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करते हुए पूर्व की भाँति संचालित की जाएंगी।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ पी.के. राय ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग व सैनेटाइजेशन का पालन करते हुए ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) सत्र शुरू किए गए हैं। सभी को निर्देशित किया गया है कि आवश्यकता अनुसार कण्डोम व माला-एन गर्भनिरोधक गोलियों का वितरण भी प्रत्येक सत्र पर सुनिश्चित किया जाए। गर्भनिरोधक सामग्री की उपलब्धता/आपूर्ति एफपीएलएमआईएस पोर्टल के माध्यम से ही शत प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। उक्त निर्देश परिवार नियोजन सेवाएँ जनपद के सभी स्वास्थ्य इकाईयों को दे दिया गया है।
डॉ राय ने बताया कि कोविड-19 संकमण की रोकथाम के साथ-साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम सेवा प्रदायगी प्रारम्भ कर दिया गया है। नॉन कोविड-19 प्रसव इकाईयों पर समस्त अस्थायी विधियां यथा पीपीआईयू सीडी, अन्तराल आईयूसीडी, अन्तरा त्रैमासिक इन्जेक्शन, छाया साप्ताहिक गोली, कण्डोम, माला-एन गर्भनिरोधक गोलियां आदि पूर्व कि भाँति संचालित की जाएंगी।
पत्र में कहा गया है कि जिन ब्लाकों और शहरी क्षेत्रों में कोविड-19 के केस दर्ज हैं और वहां भ्रमण करने वाले फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी पहले से ही उस क्षेत्र में लगी है। उन स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से मात्र खाने की गर्भ निरोधक गोलियां और कंडोम बांटा जाए। अन्य क्षेत्रों में परिवार नियोजन की अंतराल विधियां पहले की ही तरह चलाई जाएं। जिन आशा, एएनएम या अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की हॉट-स्पाट कैन्टेनमेंट जोन में ड्यूटी लगी है या कैन्टेनमेंट जोन में निवास करते हैं, या ऐसे स्वास्थ्यकर्मी जिनमें कोविड-19 के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। उनकी ड्यूटी ऐसे कार्यों में नहीं लगाई जाएगी। उन स्वास्थ्य कर्मियों के क्षेत्र में वैकल्पिक व्यवस्था कराना होगा। जिन प्रसव इकाइयों पर कोविड-19 के मामले नहीं हैं, वहां पर सभी अस्थाई विधियां जैसे पीपीआईयूसीडी, पीएआईयूसीडी, आईयूसीडी, कंडोम, अंतरा, छाया या सभी गर्भ निरोधक गोलियां पहले की ही तरह दी जाएंगीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *