दिव्यांग रामध्यान को चेक मिलते ही बदल गयी चेहरे की रंगत, कहा थैंक्स डीएम साहब
(आनन्द कुमार)
मऊ। काश : डीएम साहब पहले मिल गए होते नामक शीर्षक से खबर छपी थी अपना-मऊ पोर्टल पर इसके अलावा इस खबर को अन्य समाचार पत्रों ने प्रमुखता से छापी थी। यह खबर थी मऊ जनपद के ठकुरमनपुर गांव निवासी दिव्यांग रामध्यान चौहान की। जिसके पास न तो रहने के लिए घर था और ना ही शौचालय।पिछले दिनों जनता दरबार में मऊ के जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु से मिलने गए इस युवक की बारी जब आयी तो उसने सपने में भी नहीं सोचा था डीएम साहब उसके दर्द को न सिर्फ गंभीरता से सुनेंगे बल्कि खूद कुर्सी छोड़ उसके पास आकर इस ठंड में कम्बल प्रदान कर उसे और सम्बल देंगे। जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु उसके लिए फरिश्ता बनकर आए उन्होंने उसका प्रार्थना पत्र लिखवाकर तत्काल उसे शौचालय और आवास देने का आदेश दिया और उनके आदेश का पालन अक्षरश: उनके मातहतों ने समय बद्ध किया।शनिवार को दिव्यांग के गांव उसकी अस्त व्यस्त झोपड़ी के पास पहुंच कर सरकारी नुमाइंदों ने शौचालय निर्माण की प्रथम किस्त का चेक 5 हजार रुपये का सौंपा। चेक मिलते ही दिव्यांग रामध्यान के चेहरे पर वह मुस्कान आई जो उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा। उसने सरकारी आमलों के इस प्रयास पर जिलाधिकारी को बार-बार, मन ही मन थैंक्स बोला। चेक देते समय डीपीआरओ शेषदेव पाण्डेय, डीसी छविलाल यादव, ग्राम पंचायत अधिकारी व अन्य मौजूद थे।