अभी और साइबर अपराधी पकड़े जायेगें, जिनकी हमें तलाश है: विजय भूषण
नदवासराय/ मऊ। घोसी कोतवाली क्षेत्र अन्तर्गत नदवासराय बाजार में शनिवार को प्रातः 5 बजे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना सेन्टर नदवासराय पर एस.टी.एफ. पुलिस, आजमगढ़ द्वारा छापा मारकर 9 कम्प्यूटर, 14 लैपटाप, बैटरी, इनवेटर तथा कुछ बने फर्जी आधार कार्ड प्राप्त कर प्रशिक्षण केन्द्र के संचालक भगवानपुर, ड़ंगौली निवासी एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी थी, तथा दुकान में ताला बन्द हो गया। इस प्रशिक्षण केन्द्र को मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम भगवानपुर (डंगौंली) निवासी घनश्याम मौर्य पुत्र केदार मौर्य द्वारा प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना सेन्टर नदवासराय बाजार में चलाया जा रहा था। बालक-बालिकाओं को कम्प्यूटर प्रशिक्षण देने के साथ-साथ केन्द्र पर फर्जी आधार कार्ड बनाने की चर्चा आई। धीरे-धीरे यह केन्द्र काफी चर्चा में आ गया। यह भी बात सामने आई थी कि यहाँ से ऑनलाइन खरीदारी भी की जाती है। इसी केन्द्र से हुई आनलाइन खरीदारी के बाद 27 सितम्बर को मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के ढाढ़ाचवर निवासी राकेश चौहान पुत्र जयराम चौहान को आजमगढ़ में सामान की डिलेवरी लेते समय ही एस.टी.एफ पुलिस आजमगढ़ ने धरदबोचा, जिसकी निशानदेही पर नदवासराय बाजार में प्रशिक्षण केन्द्र संचालक को गिरफ्तार किया गया है।
दोनों साइबर अपराधियों द्वारा बताये गये निशानदेह पर एसटीएफ आजमगढ़ में तीसरे साइबर अपराधी नितिश कुमार पुत्र सुदामा ग्राम अन्नूपार, कोतवाली मुहम्मदाबाद गोहना को गिरफ्तार कर एक बड़े मामले का खुलासा किया। इस बावत आजमगढ़ एसपी अजय साहनी का कहना है कि मऊ जिले के मुबाद गोहना थाना क्षेत्र के तीनों अपराधी महीनों से हेरा-फेरी कर साइबर क्राइम कर रहे थे, जिन्हे गिरफ्तार किया गया है। इधर डीआईजी आजमगढ़ विजय भूषण से दूरभाष पर सम्पर्क करने के बाद इन्होंने बताया कि मऊ जिले के ये तीनों अपराधी प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना केन्द्र नदवासराय से फर्जी आधारकार्ड बनाकर व जिले में स्थापित बैंकों के एटीमों में घुसकर पैसा निकाल रहे ग्राहको की मोबाइल रिकार्डिंग कर उनके पासवर्ड व कार्ड नम्बर से खाता हैक कर उनके पैसे से खरीदारी करते थे। साथ ही ये अपराधी जनरल लोगों के मोबाइल पर बैंककर्मी बनकर फोन करते थे व उनके कार्ड का नम्बर लेकर साइबर क्राइम करते थे। जिसमें बड़े अधिकारी (जज), पुलिस आफिसर व कई अधिकारियों को अपना शिकार बना चुके है। ये करोड़ों का मामला है, जिसकी छानबीन चल रही है, अभी और साइबर अपराधी पकड़े जायेगे। जिनकी हमें तलाश है। इधर नदवासराय व आस-पास के क्षेत्रों में जोरो पर चर्चा है कि इतने बड़े साइबर अपराधी हमारे क्षेत्र में थे, हम लोगों को थोड़ी भी खबर नहीं थी।