विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने के पीछे लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना : डा. संध्या यादव
वाराणसी। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर पूर्व सीनियर रेजिडेंट बी एच यू एवं मुख्य चिकित्सक, जे पी मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल डॉक्टर संध्या यादव ने बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हर साल 7 अप्रैल को विश्व संगठन की पहली विश्व स्वास्थ्य सभा में प्रत्येक वर्ष के 7 अप्रैल को 1950 से विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाने की निर्णय लिया गया।
इस खास दिन को मनाने के पीछे लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने का उद्देश्य होता है। इस साल वर्ल्ड हेल्थ डे की थीम ‘हमारा स्वास्थ्य (Our Planet, Our Health)’ है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के दुनिया भर में बेहतर स्वास्थ्य के लिए काम कर रही है। डब्ल्यूएचओ संयुक्त राष्ट्र के साथ एजेंसियों, सरकारी स्वास्थ्य प्रशासन, पेशेवर समूहों और अन्य संगठनों के साथ मिलकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करता है। देश की सरकारों के अनुरोध पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में मदद करता है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक दुनिया भर में हर साल 1.3 करोड़ से अधिक मौतें पर्यावरणीय कारणों से होती हैं। इसमें जलवायु संकट भी सम्मलित है । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जलवायु संकट भी एक स्वास्थ्य संकट माना है।
स्वास्थ्य दिवस का मूल उद्देश्य दुनिया भर के सभी देशों में समान स्वास्थ्य सुविधाओं को फैलाने के लिए लोगों को जागरूक करना, स्वास्थ्य संबंधी मामलों से जुड़े मिथकों को दूर कर वैश्विक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर विचार करना और उन विचारों पर आगे कार्य करना है।
उन्होंने स्लोगन के साथ बात को समाप्त किया जो नहीं रखते अपने स्वास्थ्य का ध्यान,वे सदा होते है रोगों से परेशान।
विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुभकामनाएं