युवाओं, छात्रों व आमजन में आत्महत्या को रोकने के लिए कार्यशाला
मऊ। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस जागरूकता कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में हुआ। सीएमओ डा. राहुल सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य समग्र लक्ष्य दुनिया भर में आत्महत्या की रोकथाम के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। उद्देश्यों में निवारक कार्रवाई के माध्यम से आत्म-क्षति और आत्महत्या को संबोधित करने के लिए हितधारक सहयोग और आत्म-सशक्तिकरण को बढ़ावा देना शामिल है।
इसके अंतर्गत छात्रों, अध्यापक, व्यक्तियों की क्षमता निर्माण, सामान्य आबादी और जोखिम वाले समूहों जैसे कि युवा लोगों को लक्षित सकारात्मक और सूचनात्मक संदेश, तथा घर, स्कूल, कार्यस्थल आदि में मानसिक स्वास्थ्य पर खुली चर्चा की सुविधा प्रदान करके प्राप्त किया जा सकता है। आत्महत्या पर विचार करने वाले या इससे प्रभावित लोगों को भी अपनी कहानियां साझा करने और पेशेवर मदद लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
नोडल उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीके यादव ने बताया कि कार्यशाला में मौजूद लोगों को आत्महत्या की रोकथाम के लिए बहुत से महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दी गई जिसमें समस्त अधीक्षक स्वास्थ्य केंद्र, बीपीएम आत्महत्या की मनह स्थिति को रोकने के लिए आम जनमानस को किस प्रकार जागरूक किया जाए।
इस कार्यक्रम के प्रभारी सुनील कुमार सिंह अपर शोध अधिकारी ने बताया कि सभी को टेली मानस टोल फ्री नंबर के बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने बताया कि मानसिक स्वाथ्य विभाग, जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं टेली मानस हेल्पलाइन 1800 891 4416 से 24*7 सहायता ली जा सकती है। इससे कार्यक्रम का उद्देश्य आत्महत्या को रोकना और लोगों को जागरूक करना है।
कार्यशाला में डॉ आर एन सिंह, डीपीएम रविंद्र नाथ, दुर्गा सिंह, सौरभ शाहनी, अंजू, समस्त अधीक्षक, समस्त बीपीएम, अरविंद वर्मा, प्रशांत, युसूफ शाह, बबलू कुमार, केवल सिसोदिया पीएसआई आदि उपस्थित रहे।