पुरानी परम्परा के तहत ही हो रामलीला सीओ का निर्देश
चिरैयाकोट/मऊ। थाना परिसर में शुक्रवार को क्षेत्राधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना डॉ. अजय विक्रम सिंह की अध्यक्षता में रामलीला समिति के साथ एक बैठक संपन्न हुई। जिसमें रामलीला समिति के उपाध्यक्ष सुभाष चन्द्र जायसवाल ने बताया कि चिरैयाकोट की दस दिवसीय रामलीला का मंचन इस वर्ष 8 अक्टूबर से भूमि पूजन, सुंदरकांड तथा मुकुट पूजन के साथ आरंभ होगा। 12 अक्टूबर को राम बारात नगर भ्रमण के लिए निकलेगी तथा 16 अक्टूबर को इब्राहिमचक में घनई पार का सजीव मंचन होगा एवं 17 अक्टूबर को रावण दहन, खाकी बाबा की कुटी का मेला व रामलीला मंच पर भरत मिलाप तथा श्री राम राज्याभिषेक के साथ रामलीला का समापन होगा।
इस दौरान बैठक मे मौजूद यशवंत उपाध्याय ने.16 अक्टूबर को इब्राहिमचक में घनई पार के दौरान राम लक्षमण और सीता का जलूस अपने दरवाजे से होकर ले जाने कि मांग की।जबकि भाजपा श्रीनिवास ऊर्फ नौमी गुप्ता ने 12 अक्टूबर को राम बरात का जलूस पुरानी सब्जी मण्डी से तैयार कर निकाले जाने की मांग की।
जिस पर क्षेत्राधिकारी ने कहा कि रामलीला का मंचन परंपरानुसार होगा। कोई नई परंपरा कायम नहीं होगी। प्रभारी निरीक्षक योगेश यादव ने कहा कि जो कोई माहौल बिगाड़ने का प्रयास करेगा, उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही होगी।इस अवसर पर रामलीला समिति के रामजी पाण्डेय,प्रेमचन्द मौर्य,भूपेन्द्र मौर्य,अविनाश लाल श्रिवास्तव,यंशवत उपाध्याय, श्रीनिवास गुप्ता,मनोज द ग्रेट, सत्यनरायन चौरसिया, सिद्धनाथ मद्धेशिया, श्रवण कुमार मद्धेशिया, रामकुमार जायसवाल, सोहनलाल आदि अनेकों लोग उपस्थित रहे।