सुना है मोहब्बत में दिल ज़ला है, ज़माने से मिली उनको सज़ा है
अवंतिका…
सुना है मोहब्बत में दिल ज़ला है,
ज़माने से मिली उनको सज़ा है॥
दिखा था वो बहुत बेबस दीवाना,
ख़्यालों में दिनों रातों मरा है॥
ख़ुदा जाने लक़ीरों में लिखा क्या,
मिला ना वो मुझे क्या अब सिला है॥
अधूरी वो मुलाक़ातें रहीं अब,
कभी याद हम आएँगें दुआ है ॥
तुम्हें आता दिलों को है दुखाना,
निभाऊँगी तुम्हें मेरी वफ़ा है ॥