खास-मेहमान

एक ऐसा पिता जो शिक्षा की बदौलत बना डाली 6 बच्चों की ज़िन्दगी 

@ आनन्द कुमार…

0 भानु प्रताप सिंह यादव का परिवार शिक्षा को बनाया लक्ष्य, बेटे जय करन कोUPSC की सिविल सेवा परीक्षा में 634 रैंक

 

ग़ाज़ीपुर। शिक्षा का महत्व और उस महत्व को बच्चों के अंदर ऐसे आत्मसात् करा देना कि हर बच्चा न सिर्फ़ शिक्षा के महत्व को समझे बल्कि माता-पिता के द्वारा शिक्षा के प्रति जलाए गए अलख के प्रति ऐसा जुनून मन में संजो कर रखें कि उसको पाना ही उसकी मंज़िल हो, उसे छूना ही उसका लक्ष्य। ऐसे अभिभावक और अभिभावकों के दिखाए रास्ते पर चलने वाले बच्चे विरले ही मिलते हैं । और जो मिलते हैं तो उनका मंज़िल भी इन्तेजार करती है ।

हमारा ऐसी भूमिका बाँधना ज़रूरी है । क्योंकि किसी का मक़सद लोगों तक पंहुचाना ही हमारा मक़सद है । बात ख़ुशियों की हो तो बताना भी ज़रूरी है। ग़ाज़ीपुर के जय करन यादव ने इस वर्ष UPSC द्वारा आयोजित Civil सेवा परीक्षा में 634 रैंक हासिल कर परिवार सहित जनपद का मान बढ़ाया है ।

 

इस खबर में जय करन को जानने से पहले उनके पिता व माता को जानना ज़रूरी है…

ग़ाज़ीपुर जनपद के ब्लॉक करण्डा, ग्राम विश्रामपुर, के मूल निवासी भानु प्रताप सिंह यादव गन्ना विभाग से रिटायर्ड इंजीनियर हैं । उनकी धर्मपत्नी श्रीमती लीलावती देवी गृहिणी हैं । भानु प्रताप सिंह यादव व लीलावती देवी ने अपने बच्चों के अंदर शिक्षा की वह अलख जगाई है जिसकी जितनी भी तारीफ़ की जाए कम है । 06 बच्चों का बड़ा परिवार होने के बाद भी बच्चों को शिक्षा से कभी वंचित नहीं रखा। बल्कि उन्हें इसका महत्व समझाकर हमेशा अग्रिम पंक्ति में रखा। आज न सिर्फ़ समाज में भानु प्रताप के विजन की तारीफ़ होती बल्कि उनको जानने वाले बच्चों को उनका उदाहरण देते हैं ।

इस वर्ष जय करन यादव ने UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में पाया 634 रैंक…

सबसे छोटे बेटे जय करन यादव वर्तमान में भारतीय रेल के बनारस डिवीज़न में Group A Officer के तौर पर नौकरी करते हुए, इस वर्ष UPSC द्वारा आयोजित Civil सेवा परीक्षा में 634 रैंक हासिल कर परिवार का नाम रौशन किया है ।
ये सफलता इन्हें अपने चौथे प्रयास में मिली। इसके पूर्व भी जय करन दो बार interview राउंड तक पहुंचे थे, पर चौथे प्रयास में सफलता हाथ लगी। इनका Optional विषय Civil Engineering है।

जय करन यादव ने प्रारम्भिक शिक्षा St. Johns School जौनपुर से पूरी की। इसके उपरांत इन्होंने IIT Kanpur से Civil Engineering department में B.Tech किया।

एजुकेटेड भाई व बहनों का मिसाल ए मंज़िल…

जय करन तीन भाई और तीन बहन हैं। तीनो भाई आज केंद्र सरकार में Class 1 Officer हैं। सबसे बड़े भाई मंगल यादव भारतीय रेल के लखनऊ डिवीज़न में Class 1 अफसर के पद पर सेवा दे रहे हैं, तथा दूसरे बड़े भाई महातिम यादव IFS अफसर हैं, और उत्तराखंड में अल्मोड़ा के DFO हैं।

इनकी तीनों बहनें Doctor हैं। सबसे बड़ी बहन Dr. सरिता यादव ने मोतीलाल मेडिकल कॉलेज से MBBS किया है, दूसरी बहन Dr. संध्या यादव ने BHU वाराणसी से BDS (Dental) की डिग्री हासिल की है। इनकी छोटी बहन Dr. वंदना यादव BHU वाराणसी से MBBS करने के बाद BHU से ही Radiology में MD कर रही हैं। इन सभी के पीछे आप परिजनों की मेहनत और दिखाई गई दिशा का अंदाज़ा आसानी से लगा सकते हैं ।

सफलता के सफल सूत्र… 

जय करन यादव ने UPSC Civil सेवा में सफलता के लिए अपने परिवारजनों, साथी मित्रों और रेलवे में अपने उच्च अधिकारियों को श्रेय दिया है। उनका मानना है कि सफ़लता पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है, स्वयं पर विश्वास रखना होता है, तथा निरंतर प्रयास करते रहना होता है। बताया कि यही सफलता के सफल सूत्र हैं ।

आशीर्वाद व आदर्श…

इस सफलता के लिए परिवार के सभी बड़े सदस्यों को अपनी सफलता के लिए श्रेय देते हैं। उनका कहना है कि माता पिता ने पूरी निष्ठा के साथ पालन पोषण किया, अच्छी शिक्षा दिलाई तथा सदैव शिक्षा के प्रति सही दिशा दिखाई। बोले कि परिवार में बड़े भाई बहन ने भी लगातार प्रेरित किया। बोले के सभी के आशीर्वाद हैं और सभी मेरे आदर्श…

प्रतियोगी परीक्षा में शामिल युवाओं के लिए जय करन का संदेश…

जय क़रन ने कहा कि किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में हिस्सा लेने वाले छात्र छात्राओं को सिर्फ़ अपने मक़सद और मंज़िल को केंद्रित करके कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेहनत अगर सही दिशा में किया जाए तो सफलता मिलने से कोई रोक नहीं सकता।  उन्होंने कहा कि कभी भी परीक्षाओं में असफलता से न निराश होना चाहिए और ना ही घबड़ाना चाहिए। उन्हें इससे सीखना चाहिए और कड़ी से कड़ी मेहनत करके सिर्फ़ लक्ष्य को ध्यान रखकर पढ़ना चाहिए तथा माता पिता और गुरूजनों के आशीर्वाद को सर्वोपरि रखना चाहिए।

 

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