फर्जी बिजली बिल से परेशान युवक ने लगाया मौत को गले!
मृत युवक के पिता ने कहा विभाग की फर्जी बिलिंग से त्रस्त होकर बेटे ने की खुदखुशी! वहीं बिजली विभाग के लोग दबी जुबान खुदकुशी की वजह कुछ और होने का अंदेशा जता रहे हैं!
आनन्द कुमार…
उन्नाव। बिजली होती है किसी के घर में रोशनी के लिए उजाले के लिए और अन्य उपकरणों से घर में सुकून के लिए, लेकिन इस बिजली की वजह से अगर किसी के घर की का चिराग ही बुझ जाए तो है ऐसे बिजली का क्या मतलब! हुआ कुछ ऐसा ही है कि बिजली के इस कारस्तानी से परेशान होकर एक युवक ने फाँसी के फंदे को गले लगा लिया। किसी का बेटा तो किसी का भाई ज़िंदगी भर के लिए घर को रौशन करने चक्कर में घर का रोशनी ही छीन लिया! दोष किसे दें परिजन बिजली विभाग को कोस रहे हैं!
उन्नाव जिले के थाना अचलगंज क्षेत्र के कुशलपुर वसैना गांव निवासी शुभम राजपूत 30 वर्ष पुत्र महादेव मजदूरी कर के अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। वे अपने घर को रौशन करने के लिए बिजली का कनेक्शन लिया। लेकिन बार-बार अधिक बिल से परेशान होकर अधिकारियों व आफिस के चक्कर लगाने से आजिज़ आकर आत्महत्या कर लिया। उसके इस कदम से घर सहित गाँव में कोहराम मच गया।
शुभम के पिता बताते हैं कि उसने वर्ष 2022 में 600 रुपये जमा करके घर में बिजली का कनेक्शन लिया था। घर में दो बल्ब, एक पंखा और एक टीवी व मोबाइल चार्जर के अलावा कोई बिजली उपकरण नहीं है। एक सितंबर 2024 को विद्युत विभाग ने 1 लाख 9 हज़ार रुपये बिजली का बिल भेज दिया जिससे वे काफी भागदौड़ किया तब जाकर बिल संसोधित होकर 16 हज़ार 377 रुपये उसे जमा करने को कहा गया।
उसने गेहूं व अन्य अनाज बेच कर किसी तरह रुपयों की व्यवस्था की और 14 सितंबर को पूरा बिल जमा कर दिया। 7 अक्तूबर 2024 को विभाग ने पुन: 8 हज़ार 233 रुपये का बिल भेज दिया। बिल मिलते ही शुभम मानसिक रूप से परेशान हो गया। बुधवार की सुबह वह अचानक घर से कहीं चला गया, काफी देर न लौटने पर परिजनों ने तलाश की तो घर के पास भूसे की कोठरी में दुपट्टे के फंदे से उसका शव लटकता मिला। शव देखते ही पूरे गाँव में कोहराम मच गया। बिजली के बिल की वजह से युवक ने फाँसी लगायी चर्चा पूरे ज़िले में होने लगी।
मृतक शुभम के पिता ने कहा कि बिजली विभाग ज़्यादा बिल भेज कर उनके बेटे को बिना वजह मानसिक प्रताड़ना दी है। बताया कि वे और बेटा मजदूरी करके परिवार पालते हैं। ज्यादा बिल आने और कम कराने के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों की जेब भरने से शुभम परेशान था। इसी वजह से उसने खुदकुशी कर ली। घटना के बाद परिजनों व ग्रामीणों ने हंगामा किया, हालांकि पुलिस ने तहरीर के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। मृतक के दो बेटे हैं। अचलगंज एसओ राजेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
बिजली बिल को रखा लाश पर…
परिजनों व गाँव के लोगों ने बिजली विभाग द्वारा आए फर्जी बिल को शुभम् की लाश पर रख कर विरोध किया। कहा कि यह बिल क्या होगा जब इसे भरने वाला ही विभाग की ग़लत कार्यप्रणाली से मौत को चूम लिया।
अधिकारी दे रहे अब सफ़ाई…
शुभम ने तो अब मौत को गले लगा लिया उस फ़र्ज़ी बिल पर जो होना चाहिए मात्र कुछ रुपये का लेकिन हज़ारों रुपये का आया है। परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए तो अधिकारियों ने बिल की जांच कराई। जांच में चौकाने वाला मामला सामने आया। 8,223 रुपये रुपये का बिल संशोधित होकर सिर्फ 150 रुपये का निकला। अब अधिकारी ऑनलाइन बिलिंग में साफ्टवेयर की त्रुटि के कारण गलत बिल आने की सफाई दे रहे हैं। एसडीओ ने रवि यादव ने बताया कि सॉफ्टवेयर अपने आप बिल जनरेट करता है। एसडीओ ने कहा कि मीटर रीडर संजय ने 7 अक्तूबर को मीटर की रीडिंग लेकर बिल निकाला तो 8233 रुपये बकाया दिखाया। शुभम की पत्नी रेखा ने जब ज्यादा बिल आने की कम्प्लेन की तो मीटर रीडर ने ऑनलाइन बिलिंग की वजह से गलत बिल आने की जानकारी दी थी और कार्यालय आकर सही कराने को कहा था।
अधिकारी दबी जुबान खुदकुशी की वजह कुछ और होने का अंदेशा जता रहे हैं।