आ… थू…. थानेदार की वर्दी में Live अश्लीलता
(आनन्द कुमार)

आइए आपको मिलाते हैं एक ऐसे बेशर्म थानेदार से जिसकी कारगुजारी पर आम जनता ही नहीं पुलिस महकमा भी थू-थू कर रहा है। बतौर थानेदार की नौकरी में जिसने न सिर्फ समूचे पुलिस समाज को उसकी जिंदादिली के लिए कलंकित किया है बल्कि खाकी की वर्दी पहन उसकी अस्मिता को तार-तार किया है। जिसकी गन्दी हरकतों के वायरल वीडियो ने उस कोतवाल के प्रति मन भर गालियां और गुस्से का वह लोहा गर्म कर दिया है जिसकी उसे जितनी भी सजा दिया जाये कम है। थानेदार की इस बेशर्म, बेहयाई व गंदी हरकत पर उसके परिजनों की भी आंखें शर्म से लाल हो गयी होगी, लेकिन उस बेशर्म को काश अपने किए पर शर्म आया होता। Live अश्लीलता पर सरकार और कानून क्या करेगी वह तो वह ही जाने, लेकिन उसके नापाक हरकत को मजबूरन एक युवती को कैमरे में कैद कर हिम्मत दिखाने का जो कार्य किया है उसे उसके इस हौसले पर सरकार को इस बेटी को सम्मान देना चाहिए।
आइए आपको बताते चला पूरा मामला क्या है, सूबे के मुख्यमंत्री व गोरखनाथ मठ के पीठाधीश के पड़ोसी जनपद देवरिया के थाना भटनी में कुछ दिनों पूर्व में तैनात एक थानेदार की कारगुजारी ऐसी है जिसे देखने, लिखने व कहने में शर्म आ रही है। लेकिन लिखना तो पड़ेगा ही ऐसे वर्दी वाले बेशर्मो के बारें में।
थाना भटनी के अंदरका एक विडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह थानेदार ऐसी घटिया और घिनौनी अश्लीन हरकत करते हुए दिख रहा है। यह वायरल विडियो लगभग 10 दिन पुराना बताया जा रहा है। वायरल विडियो को अगर ध्यान से सुना जाए तो यह पता चलता है कि थानेदार के आसपास कई लोग बैठे है। और यह विडियो थानाध्यक्ष के चैम्बर का है जो दिन मे चोरी से बनाया गया है। बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के गांव की युवती अपना ही जमीनी विवाद को लेकर परिजनों के साथ थानेदार के यहां 22 जून प्रार्थना पत्र लेकर करीब 12 बजे दोपहर थाने पहुची थी। जहाँ भटनी थानाध्यक्ष भीष्म पाल सिंह यादव अपने कार्यालय में बैठे थे। पीड़िता और उसकी मां अपना प्रार्थना पत्र लेकर कार्यालय में प्रवेश किये तथा अपनी भूमि विवाद के सम्बन्ध में थानाध्यक्ष को बताया । जिसके बाद थानाध्यक्ष ने पीड़िता और उसके माँ को कुर्सी पर बैठने को कहा और पीड़ित के प्रार्थना पत्र को लेकर पढ़ने लगे इसी दौरान थानाध्यक्ष ने भूमि विवाद के संबंध में पीड़िता से बात करते-करते अश्लील हरकतें करने लगे। थानेदार ने युवती को ऐसे जगह बैठाया जिससे वे उसे अपनी मानसिकता से परिचय करा सके। थानेदार वर्दी में मेज की आड़ में बैठ अपने पैंट का जिप खोलकर अपने लिं…. को बाहर कर रुमाल या तौलिए की आड़ में सहलाते व दिखाते नजर आए। अपनी घटिया हरकत की करतूत के बहाने वे युवती को तीन दिन लगातार थाने बुलाते रहे। पीड़िता के पत्र पर थानेदार भीष्म पाल तीन दिन तक ऐसे ही घुमाते रहे और कोई ठोस कार्रवाई नहीं किए। तथा तीनों दिन वर्दी में कुर्सी पर मेज के सामने बैठ कर उस बेहयाई को अंजाम देते रहे।
पहले व दूसरे दिन थानेदार की उस गंदी हरकत को नजर अंदाज कर जब युवती अपने जमीनी विवाद के मामले में न्याय की दरकार लगाई रही और थानेदार अपनी गंदी करतूत पर जारी रहा तो युवती फिर दूसरे दिन घर चली गयी और उसने तय किया की ऐसे दूषित मानसिकता के लोगों का चेहरा वह जरूर उजागर करेगी ताकि वर्दी व पुलिस की अस्मिता को ऐसे गंदे कलुषित नागों से बचाया जा सके। पीड़िता न्याय की आंस छोड़ कोतवाल के अन्याय को उजागर करने की नियती से थाने पंहुची और कोतवाल की वही हरकत “हमहू हैं कोतवाल तो डर काहें का”, फिर क्या शर्म से तार तार एक बेटी ने वह सब किया जो उसको नहीं करना चाहिए। थानेदार की अश्लीलता का वीडियो पीड़िता ने बनाकर अपने परिवार के अन्य सदस्यों को दिखाया तथा पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति के माध्यम से मोबाईल पर फॉरवर्ड कर दिया जिसके बाद यह वीडियो अब तेजी से सोशल मिडिया मे पर वायरल हो रहा है।
वही इस मामले पर देवरिया के पुलिस कप्तान श्रीपति मिश्र ने बताया कि मामला संज्ञान मे है और पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। हलाकि वर्तमान समय मे अश्लीन हरकत करने वाले पूर्व थानाध्यक्ष को कुछ दिन पूर्व कार्य मे लापरवाही बरतने पर निलम्बित कर दिया गया है। इनके खिलाफ भटनी थाने धारा 354(क)/509/166 भादवि का अभियोग पंजीकृत कर विवेचना करायी जा रही है।
वैसे तो पुलिस की वर्दी ईमानदार से ज्यादा दागदार और बदनाम होती है लेकिन इस वर्दी को पहने हर शख्स ना तो बेईमान होता है और ना दागदार होता है लेकिन कुछ ऐसे जरूर होते हैं जिसकी वजह से यह पूरा महकमा बदनाम होता है तथा दागदार होता है।
…पीड़िता का कहना है कि वे ऐसा सब कुछ नहीं करना चाहती थी। लेकिन मजबूरन उसे यह सब करना पड़ा। जब थाने में बैठे दरोगा ही इस तरह की हरकत करने लगे तो बाकी कोई क्या कर सकता है। उसने कहा मैं 1 दिन देखी, 2 दिन देखी, तीसरे दिन कहा चलो छोड़ो ऐसे लोगों को, लेकिन अंतिम में उनके इस घृणित कार्य का पर्दाफाश मजबूरन करना पड़ा।
…पुलिस अधीक्षक देवरिया का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है थानेदार पहले भटनी में तैनात थे अब वहां से उनका ट्रांसफर सलेमपुर में है लेकिन उनके खिलाफ अश्लील हरकत पर कार्रवाई कर दी गई है उन्हें निलंबित करके एफ आई आर दर्ज कर दिया गया मामले का जांच किया जा रहा है।

