सनबीम स्कूल मऊ के उदयन 2024 के “अंतयार्त्रा” में झूमे सभी
मऊ। शिक्षा के क्षेत्र में कम समय में उल्लेखनीय पहचान बना चुका सनबीम स्कूल मऊ शिक्षा के साथ-साथ अपने स्कूल में पठन-पाठन के अलावा खेलकूद, व्यायाम व सांस्कृतिक गतिविधियों के प्रति विशेष ध्यान देता है। मंगलवार को सनबीम स्कूल अलीनगर मऊ के प्रांगण में उदयन 2024 के अंतयार्त्रा का विद्यालय के प्रबंधक राकेश गर्ग ने स्वागत सम्बोधन के साथ “अंतर्यात्रा” की औपचारिक घोषणा की। “अंतर्यात्रा” में नन्हें-मुन्ने बच्चों के साथ-साथ हर क्लास के छात्र व छात्राओं की बेहतरीन प्रस्तुति ने पूरे सभागार को बार-बार ताली बजाने को मजबूर किया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रतिमा गुप्ता, असिस्टेंट डायरेक्टर सनबीम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टिट्यूशंस, एडिशनल जज राजीव वत्स एवं एएसपी महेश सिंह अत्री के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का स्वागत विद्यालय के प्रबंधकगण विजय अग्रवाल एवं श्रीमती कीर्ति अग्रवाल, राकेश गर्ग एवं श्रीमती शशि अग्रवाल, कृष्ण कुमार अग्रवाल एवं ऋतु अग्रवाल तथा आशीष अग्रवाल एवं श्रीमती शिल्पी अग्रवाल ने पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्रम देकर किया।
स्वागत समारोह के पश्चात विद्यालय के बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियाँ दीं। साहित्य की यात्रा को बच्चों ने महर्षि वेदव्यास द्वारा विरचित महाभारत महाग्रन्थ से प्रारम्भ की और इस महाग्रन्थ के लेखक भगवान् श्री गणेश को समर्पित गणेश वन्दना से कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। तत्पश्चात, विद्यालय के नौनिहालों ने महर्षि वाल्मीकि द्वारा विरचित “रामायण” का सम्पूर्ण मंचन किया। इस कार्यक्रम का सबसे बड़ा आकर्षण ये रहा कि प्रत्येक गीत, भजन को विद्यालय के बच्चों द्वारा गाया गया और वाद्य यन्त्रों पर संगत बच्चों ने ही की। इसके बाद बच्चों ने जातक कथाओं और पंचतंत्र पर आधारित प्रस्तुति से कार्यक्रम को गति प्रदान की। वीर गाथा काल को रेखांकित करने के लिए बच्चों ने चंदबरदाई द्वारा रचित पृथ्वीराज रासो पर आधारित पृथ्वीराज चौहान पर ऊर्जस्वित प्रस्तुति दी। सूफी सन्त अमीर ख़ुसरो के गीतों पर दर्शक झूमने पर विवश हो गए वहीं भक्ति काल को प्रदर्शित करते हुए बच्चों ने “अच्युतम केशवम” भजन से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
रीति काल की प्रस्तुति “ओ री चिरैया” गीत के माध्यम से हुई। आधुनिक काल में रबिन्द्रनाथ टैगोर के माध्यम से बांग्ला साहित्य को प्रस्तुत किया गया तो वहीं “अथातो घुमक्कड़ जिज्ञासा” लिखने वाले राहुल सांकृत्यायन पर आधारित प्रस्तुति दी गई. कार्यक्रम के मध्य में उद्घोषकों के माध्यम से प्रत्येक काल के रचनाकारों की रचनाएँ, उनकी शैली और समाज में उक्त रचना के प्रभाव को भी दर्शकों के साथ साझा किया जाता रहा। हरिशंकर परसाई के नाटक ” मुंडन” का भी मंचन विद्यालय के बच्चों द्वारा किया गया। “आरम्भ है प्रचंड” गीत पर नृत्य प्रस्तुति ने कार्यक्रम को अपेक्षित ऊँचाई प्रदान की। कार्यक्रम की अन्तिम प्रस्तुति ” विजयी भवः” गीत से हुई।
विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रतिमा गुप्ता, असिस्टेंट डायरेक्टर सनबीम ग्रुप ऑफ एजुकेशनल इंस्टिट्यूशंस, ने बताया कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए सांस्कृतिक एवं खेल-कूद से जुड़ी गतिवीधियों की अत्यन्त आवश्यकता है। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने ” अंतर्यात्रा” को वार्षिकोत्सव की विषय वस्तु निर्धारित करने के लिए विद्यालय प्रबंध समिति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उक्त कार्यक्रम में हज़ारों अभिभावकों की उपस्थिति रही।उक्त अवसर पर सनबीम बलिया के प्रबंधक कुंवर अरूण सिंह, सनबीम मुग़लसराय की प्रबंधक श्रीमती श्वेता कनूड़िया, सनबीम ग़ाज़ीपुर के प्रबंधक नवीन सिंह, लिटिल फ्लावर चिल्ड्रेन स्कूल के प्रबंधक मुरलीधर यादव, अमृत पब्लिक स्कूल के प्रबंधक विवेक सिंह तथा चंद्रा पब्लिक स्कूल के मैनेजर विजय बहादुर पाल आदि उपस्थित रहे। रोटरी क्लब प्राइड मऊ के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ा दी। उक्त कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न सीबीएसई सम्बद्ध विद्यालयों के प्रधानाचार्य भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रधानाचार्य मिनहाज़ अली हैदर खान ने सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान के साथ हुआ।