घोसी! चट्टी चौराहे पर चर्चा शुरू, कौन होगा प्रत्याशी, किसकी बनेगी सरकार
@ रूपेन्द्र भारती घोसी से…
घोसी। उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव की घोषणा होते ही विधानसभा घोसी में राजनितिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। हर दलों के समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों के चयन एवं जीत को लेकर भी चाय, पान की दुकानों, होटलों एवं सार्वजानिक स्थलों पर चर्चा शुरू कर दिये हैं। घोसी के साथ साथ लोग सार्वजनिक स्थानों पर बैठ मऊ सदर, मुहम्मदाबाद गोहना और मधुबन में कौन जीतेगा और कौर हारेगा अभी से आकलन लगाना और दावां करना शुरू कर दिए हैं।
चुनाव आयोग द्वारा विधान सभा के चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए जैसे आदर्श आचार संहिता की घोषणा करने के साथ ही चुनाव की तिथियां घोषित की वैसे ही राजनितिक दलों की सरगर्मियां तेज हो गई। भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस, जनवादी पार्टी, सुभासपा, आप आदि दलों के समर्थक संभावित प्रत्याशियों को लेकर जोर आजमाइश भी करने लगे हैं। हर दल के नेता स्वयं टिकट लेने के लिए जी जान लगाये हुए हैं तो वहीं उनके समर्थक अपने अपने दलों के संभावित उम्मीदवारों के नामों को गिनाकर जीत हार के दृष्टिकोण से उपयुक्त एवं अनुपयुक्त की तुलना कर रहें हैं। चाय, पान, होटलों एवं सार्वजनिक स्थलों पर चुनावी चर्चाए तेजी से हो रही है। इधर सभी दलों के राजनितिज्ञ अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करने से पहले सामाजिक, राजनैतिक, जातिगत, स्थानीय सहित अन्य मुद्दों और दृष्टिकोणों पर गहनता से मंथन कर रहे हैं, कि कौन प्रत्याशी किस आधार पर चुनाव को फतह करने में सफल होगा। उसी के नामों की घोषणा की जायेगी। घोसी विधान सभा के चुनाव में क्षेत्र के लोगों की सपा, बसपा, भाजपा एवं कांग्रेस सहित अन्य दलों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा पर निगाहें टिकी हुई है। वैसे घोसी विधान सभा में कभी कम्युनिस्ट पार्टी का गढ़ हुआ करता था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने अपने कब्जे में लिया तो पुनः भाजपा, बसपा, सपा एवं भाजपा के बीच में ही घूमती रही है। अब प्रत्याशियों के नामों के घोषणा होने के बाद ही जीत एवं हार दशा एवं दिशा तय करेंगी। भाजपा, सपा, बसपा एवं कांग्रेस पार्टियों में विधान सभा का चुनाव लड़ने के लिए टिकट लेने वालों की लम्बी लाइने लगी हुई है तो गठबंधन दल के रूप में सुभासपा व जनवादी पार्टी भी लाइन में हैं। अब देखना है कि पार्टियों के चयन समितियां किस किस नामों पर अपनी मुहर लगाती हैं । जिसमें क्षेत्र के लोगों द्वारा तुलना करके अपने क्षेत्र के भाग्य की दशा एवं दिशा तय करेंगे। वैसे तो वर्तमान में घोसी विधानसभा की सीट सीटिंग विधायक फागू चौहान के बिहार का राज्यपाल बनने के बाद उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के कब्जे में है और यहां पर भारतीय जनता पार्टी ने अपने युवा तुर्क नेता विजय राजभर को विधायक बना जनता का धन्यवाद ज्ञापित किया था। लेकिन इस बार घोसी विधानसभा से किस पार्टी से कौन प्रत्याशी उम्मीदवार बनेगा इसका पत्ता खुलना अभी बाकी है। स्वयं भारतीय जनता पार्टी अपने विधायक विजय राजभर को मौका देगी या नहीं देगी यह भी भविष्य के गर्त में है। इसलिए घोसी से सभी दल मौन साधे हुए बैठे हैं। लेकिन चाय, पान, ठेला, खोमचा आदि स्थानों पर कौन विधायक होगा ? किसकी सरकार बनेगी ? कौन मुख्यमंत्री का बनेगा चेहरा होगा ? लेकर इस विषय को लेकर चर्चा जारी है।