मुख्तार के करीबी से सरकारी भूमि से कब्जा हटवाने में क्यों मौन है प्रशासन!
मऊ। सूबे के मुखिया योगी आदित्य नाथ अपने कड़क कानून को लेकर जितने भी सख़्त हों लेकिन कभी-कभी उनके मातहत उनके ही सख़्ती से ऐसा मुँह फेर लेते हैं कि उनके ही नियम क़ानून की धज्जियाँ उड़ती नज़र आती है।
सदर तहसील क्षेत्र के बैजापुर गांव निवासी एक व्यक्ति, गांव के दबंगों द्वारा ग्राम सभा की सरकारी भूमि पर कब्जा करने के मामले में काफ़ी दिनों से प्रशासन को जगाने की कोशिश कर रहा है, जब लोकल प्रशासन की निद्रा भंग नहीं हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री योगी को पत्र भेज कर सीधे कर दी।
बैजापुर गांव निवासी उदय नारायण राय ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया है कि गांव के ही रामविलास पुत्र स्वर्गीय मोती, रघुनाथ पुत्र स्वर्गीय मोती दबंग एवं भू माफिया क़िस्म के लोग हैं। वे पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के करीबी हैं और इसका लोगों को धौंस भी देते हैं! इन लोगों ने
असंवैधानिक तरीके से गांव की गड़ही व रास्ता तथा खलिहान की भूमि पर कब्जा करके पक्का निर्माण कर लिया है। उक्त स्थान पर कब्जा कर निर्माण कार्य होने से ग्राम सभा के लोगों का आवागमन बाधित कर दिया है। कब्जे को लेकर लेखपाल ने अवैध कब्जा हटाने के लिए तहसीलदार द्वारा जारी नोटिस भी दबंग को दिया था। सदर तहसील में नए तहसीलदार से इस बावत पीड़ित शिकायत भी किए, लेकिन कहना है कि तहसील प्रशासन भी भू माफिया के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने से पता नहीं क्यों बच रहा है।
इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने मांग किया कि उच्चाधिकारी से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराकर माफिया के विरुद्ध उचित कार्रवाई करते हुए सरकारी भूमि को जनहित में खाली कराया जाए ताकि गांव में किसी की भी बहन बेटी की शादी में टेंट आदि लगाकर कार्यक्रम किया जा सके या खलिहान में मडाई का कार्य में उपयोग हो सके।
मऊ प्रशासन को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए जनहित में न्याय करना चाहिए। क्योंकि ऐसे ही छोटे छोटे मामले बवाल के कारण बन जाते हैं।