ससुराल से तंग महिला सिपाही ने खाया जहर, अस्पताल में भर्ती

मऊ। जब खाकी ही खाकी की थाने में फरियाद नहीं सुनता तो आम फरियादियों की क्या बिसात। मामला सरायलखंसी थाना क्षेत्र के सलाहाबाद बचौना गांव का है, जहां डायल 112 नंबर पर तैनात एक महिला कांस्टेबल ने गुरुवार को परिवारिक कलह से तंग आकर विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया, अचेत अवस्था में सिपाही साथियों ने आनन-फानन में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
जानकारी के अनुसार महिला कांस्टेबल सरायलखंसी थाना क्षेत्र के सलाहाबाद बचौना गांव निवासिनी 28 वर्ष सुधा सिंह पत्नी गोविंद दक्षिणटोला थाना क्षेत्र में डायल 112 नंबर पर कांस्टेबल पद पर तैनात है। गुरुवार की सुबह लगभग 10:00 बजे महिला कांस्टेबल अपने घर से अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए निकल ही रही थी कि ससुराल वालों ने दहेज के लिए काफी खरी-खोटी सुनाई और मारने के लिए भी घेरा किसी तरह से महिला कांस्टेबल अपनी ड्यूटी पर पहुंची ही थी की अचानक उसके मन में जहर खाने का ख्याल आया उसने परिवारिक कलह से तंग आकर चूहे मारने की दवा का सेवन कर लिया। जब महिला कांस्टेबल के साथियों ने देखा कि महिल गिरकर अचेत हो गई तो आनन-फानन में अचेत अवस्था में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। वही महिला कांस्टेबल उपचार होने के बाद होश में आई तो बताया कि उसके पति अयोध्या में कांस्टेबल पद पर नौकरी करते हैं, लगभग एक वर्ष से उसके ससुराल वाले उसे दहेज के लिए प्रताड़ित करते हैं और कभी आधी रात को घर से बाहर निकाल देते हैं, कभी दहेज की मांग करते हैं, जिसकी वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ा। महिला कांस्टेबल होने के बावजूद भी थाने को एक वर्ष से तहरीर के माध्यम से न्याय की गुहार लगा रही हूं, लेकिन दरोगा इस मामले को गंभीरता से ना लेकर बिना कुछ रिपोर्ट किए रिपोर्ट लगा कर भेज देते हैं, कोई कार्यवाही नहीं हो रही है, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि महिला कांस्टेबल को अगर न्याय नहीं मिला तो दोबारा यह कदम उठा सकती है। अब देखना है शासन प्रशासन महिला कांस्टेबल को न्याय दिलाने में कितना सक्षम रहता है।


