एक “प्रताप” “कलाम” की ओर…
( मनीष भारतीय )
He was called by PM Modi, Karnataka MLA & MP and was honoured by all.

16 लाख का पैकेज, 5 कमरों का लग्जरी फ्लैट 2.5 करोड़ की गाड़ी का पैकेज छोड़ #DRDO के लिए काम करना चुनने वाला कोई साधारण व्यतित्व नहीं हो सकता है ।
नाम बड़ा करने के लिए जरूरी नहीं कि किसी बड़े परिवार में जन्म हुआ हो, एक साधारण किसान के घर में जन्म लेने वाला भी आसमान की ऊंचाई पर पहुच सकता है बस जज्बा होना चाहिए दिल में…..
नाम #कर्नाटक के #मांड्या के #प्रतापएनएम। वैसे तो भारत में इनोवेटिव सोच रखने वालों की कोई कमी नहीं है। प्रताप एनएम उन्हीं इनोवेटिव लोगों में से एक हैं। प्रताप ई-कचरे की मदद से ड्रोन बनाते हैं, जो कि जरूरत पड़ने पर लोगों के काम भी आते हैं। प्रताप को ड्रोन वैज्ञानिक के तौर पर भी जाना जाता है। वे टूटे हुए ड्रोन, मोटर, कैपेसिटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक चीजों से ड्रोन तैयार करते हैं। इससे पर्यावरण के अनुकूल भी साबित होता है। उन्होंने खुद से 600 #ड्रोन विकसित किए हैं। यही नहीं उन्होंने कई प्रोजेक्ट पर भी काम किया है, जिनमें सीमा सुरक्षा के लिए टेलीग्राफी, यातायात प्रबंधन के लिए ड्रोन तैयार करना, मानवरहित वायुयान, रेसक्यू ऑपरेशन के लिए यूएवी, ऑटोपायलेट ड्रोन शामिल हैं। प्रताप को अब तक 87 देशों से निमंत्रण मिल चुका है। इंटरनेशनल ड्रोन एक्सपो 2018 में #एलबर्टआइंस्टीनइनोवेशन #गोल्डमेडल से सम्मानित किया गया। 2017 में #जापान में #इंटरनेशनल_रोबोटिक्स प्रदर्शनी में गोल्ड और सिलवर मेडल से सम्मानित किया गया और 10 हजार डॉलर की राशि भी दी गई।
जिसे होस्टल से इसलिए निकाल दिया गया हो कि उसके पास पैसे नहीं थे होस्टल की फीस के, सड़क पर बस स्टैंड को सोने के लिए पब्लिक टॉयलेट को नहाने कपड़े धोने के लिए इस्तेमाल किया हो….
दिल्ली के #IIT में ड्रोन कॉम्पिटिशन में भाग लिया जिसमें वो दूसरे NO. पर आया, फिर जापान में भाग लेने जाना था जहाँ दुनियाभर से लोग भाग लेने आने वाले थे। जाने में खर्च होने वाला था 60 हजार रु…
एक टिकट जाने की स्पॉन्सर हो गई, कुछ जुगाड़ माँ के मंगलसूत्र बेचने से हुआ, जापान की धरती पर 1400 रु ले कर उतरा,
बुलेट ट्रेन क्यो नहीं पकड़ी क्योंकि उसकी टिकट बहुत महंगी थी । लोकल ट्रेन पकड़ 16 स्टेशन बाद 8 km पैदल चल कर मंजिल पर पंहुच गया एक भारत की मिट्टी का लाल….
फिर शुरू हुआ कॉम्पिटिशन जहां 127 देशों के योद्धा भाग ले रहे थे, जिनमें से पहले टॉप 10 चुने गए फिर टॉप 2-3 का नाम लिया गया। अब आया आखिरी पल जिसमें पहले no का नाम लिया जाना बाकी था…..
हॉल खचाखच भरा था, सन्नाटा चारों ओर फैल गया, फिर माइक पर वो आवाज आई….
Please welcome Mr Pratap Gold Medalist from India🇮🇳 …….
फिर क्या आंखों से खुशी के आंसुओं के मोती बन बिखरने लगे…. . प्रताप ने बताया उसने वो देखा, अमेरिका का झंडा नीचे और फिर भारत का झंडा ऊपर जाने लगा, 10 हजार डॉलर का इनाम भी मिला He was called by PM Modi, Karnataka MLA & MP and was honoured by all.
कुछ साधारण सी कहानी साधारण से घर से निकल इतिहास रच देती है ।
नमन है माता पिता और प्रताप को । 🙏🙏😇😇🇮🇳🇮🇳🇮🇳

