उत्तर प्रदेश

आजमगढ़ लोकसभा उप चुनाव में BJP से निरहुआ तो SP से धर्मेन्द्र ने किया नामांकन

आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को आजमगढ़ कलेक्ट्रेट परिसर से लेकर पूरे नगर व जनपद में काफी गहमागहमी रहा। यहां भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और अभिनेता दिनेश लाल यादव निरहुआ ने नामांकन पर्चा दाखिल किया तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने नामांकन दाखिल किया। अब यहां चुनाव काफी रोचक हो गया है। बहुजन समाज पार्टी से पूर्व विधायक गुड्डू जमाली पहले ही नामांकन कर चुके हैं। यहां नामांकन तक सपा प्रत्याशी के उम्मीदवारी को लेकर रोज किसी न किसी के नाम पर चर्चा होता रहा। यहां तक की घोषित प्रत्याशी भर भरोसा न करके अंत में मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेन्द्र यादव पर पार्टी ने भरोसा किया। अब यहां लड़ाई बहुत ही जबर्दस्त हो गई है क्योंकि भाजपा, सपा व बसपा के प्रत्याशी अपने अपने जीत को लेकर आश्वस्त हैं।

भाजपा के निरहुआ पहले ही आजमगढ़ पहुंच चुके थे। धर्मेंद्र यादव आज समर्थकों के अलावा विधायक रमाकांत यादव, गोपालपुर विधायक नफीस अहमद, विधायक दुर्गा प्रसाद यादव, आलमबदी, विधायक संग्राम यादव सहित अन्य की मौजूदगी में नामांकन करने पंहुचे। वहीं दिनेश लाल यादव के नामांकन के लिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि निरहुआ के नामांकन भोजपुरी सितारों का जमघट लगने वाला है। रोड शो की तैयारी है। फिलहाल कलेक्ट्रेट क्षेत्र में काफी गहमागहमी है। सपा और भाजपा के समर्थक अपने-अपने नेता के समर्थन में नारेबाजी कर रहे हैं।

दिनेश लाल यादव निरहुआ ने नामांकन के बाद पत्रकारों से भोजपुरी में बात करते हुए कहा कि इस बार आजमगढ़ की जनता को उपचुनाव में अच्छा मौका मिला है। कहां कि केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा की सरकार है इसलिए जनता को उनको मौका देना चाहिए। दो टूक में कहा कि अगर वे आजमगढ़ में दो साल में अच्छा कार्य नहीं करते तो बाद में उनको बदल देना चाहिए। कहा कि जैसा कि कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि इस बार लड़ाई बसपा से ही है तो यह सही है। वही इस सवाल पर कि अभी बीते विधानसभा में दसों विधानसभा सीटें सपा ने जीती है उस पर निरहुआ का जवाब था कि यह भी देखने वाली बात है कि दूसरे नंबर पर सभी जगह हमारी पार्टी ही रही। पिछले लोकसभा चुनाव में जब उनका महागठबंधन था तभी जनता ने मुझको बहुत प्यार आशीर्वाद दिया इस बार तो महागठबंधन भी नहीं है तो जो जितना प्यार आशीर्वाद पिछली बार मिला था उतना भी मिल जाएगा तो वह आसानी से चुनाव जीत जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार काम पर वोट होगा जात पर नहीं होगा कई बार जाति पर वोट पड़ चुका है और इस बार जनता ने अपना मन बदल लिया है और कमल खिलाने के लिए तैयार हैं। जहां तक सामाजिक समीकरण की बात है तो बसपा की गुड्डू जमाली मैदान में हैं जो काफी मजबूत है। पिछले चुनाव में जो सपा संग एक बड़ा वोट बैंक जुड़ा था वह इस बार बसपा के साथ जाएगा। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि एमवाई गठबंधन इस बार फेल होगा। बहुत ज्यादा संख्या में यादव मुसलमान भी बीजेपी के कार्यों के चलते उसे जुड़ गए हैं।

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