मऊ में स्वयंसेवकों ने पूजा शस्त्र मनाया विजयदशमी का पर्व

मऊ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस व शस्त्र पूजन कार्यक्रम, स्वयंसेवको द्वारा शुक्रवार को रामस्वरुप भारती इंटर कालेज के प्रांगण में मनाया गया। इस पर्व के बारे में संक्षेप में बताया गया कि विजयदशमी के ही दिन सन् 1925 ई में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना परम पूज्य डॉ बलिराम हेडगेवार जी के द्वारा नागपुर में की गई थी। 96वाॅ स्थापन वर्ष के उपलक्ष्य में मुख्य बौद्धिक वक्ता विभाग प्रचारक श्री प्रकाश जी ने कहा कि विजयदशमी पर्व का संबंध विजय से है और आज ही के दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था। यह विजय किसी व्यक्ति का किसी व्यक्ति पर विजय नहीं है यह विजय अधर्म पर धर्म की विजय है। प्राचीन परंपराओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने संजो कर रखते हुए इसे अपने उत्सव के रूप में मनाता है। भगवान श्रीराम जब अपने 14 वर्ष के वनवास में रहे तो वह वन में जो-जो व्यक्ति वंचित रहे उनके बीच रहकर उन्हें जगाया। वन में रहने वाले लोगों के साथ मिलकर समुद्र पर रामसेतु का निर्माण कर दिया। व्यक्ति को शक्ति के साथ-साथ विनम्र व सहनशील भी होना चाहिए। इसका परिचय देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने 96 वर्ष में अनेकों ऐसे कार्य किए हैं जो हिंदू समाज के संगठन के लिए अति महत्वपूर्ण है। हिंदू कभी किसी का अहित नहीं सोचता है लेकिन हिंदू समाज को तोड़ने के लिए कुछ लोग आज भी प्रयत्नशील है हिंदू संस्कृति सबके सुख के लिए कार्य करती है। “हिंदू तन मन, हिंदू रग-रग” इस विचार को अंदर लाने की आवश्यकता है। 4 वर्ष बाद सन 2025 ई में संघ अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है उस समय तक भारत के सभी गांव व नगर में प्रत्येक घर से एक स्वयंसेवक बनाने का लक्ष्य है इसके लिए सभी स्वयंसेवक प्रत्येक हिंदू घर तक सम्पर्क करेंगे और संघ की हिंदू विचारधाराओ को बताएंगे। जिस दिन भारत का प्रत्येक नागरिक संघ के विचारों को जान लेगा और स्वयं सेवक बन जाएगा उसी दिन भारत को विश्व, विश्व गुरु मानकर मार्गदर्शन की कामना करने लगेगा।
इस अवसर पर नगर संघचालक बालकृष्ण थरड, अध्यक्ष लक्ष्मण प्रसाद, जिला प्रचारक राजीव नयन, नगर प्रचारक प्रवीण, राहुल, संपर्क प्रमुख राजेश, सेवा प्रमुख अरविंद, चंद्रापीड, विशाल, रूपेश देवेंद्र मोहन, सुनील सोनू, किशन, विकाल, डॉ मधुकर आदि सैकड़ों स्वयंसेवक मौजूद रहे।




