प्रतियोगिता का आयोजन कर दिया “सही पोषण देश रोशन” का संदेश
● प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 30 विजेता प्रतिभागी पुरस्कृत
मऊ/आजमगढ़। सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, के क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो,आजमगढ़ के द्वारा पोषण माह और आज़ादी का अमृत महोत्सव विषय पर दिनांक 13 सितंबर, 2021 को जन-जागरूकता व प्रचार अभियान मऊ जनपद में चलाया गया। मऊ जनपद के डी0पी0 चिल्ड्रन इंटर कॉलेज, ग्राम सरवां- बभनीकोल, ब्लॉक परदहां में एक जनसंपर्क कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य श्रीमती पुष्पा सागर ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह की थीम ‘‘सही पोषण-देश रोशन’’ है। यदि किसी व्यक्ति को लम्बे समय तक शरीर के लिए आवश्यक सन्तुलित आहार नहीं मिलता है, तो वह कुपोषण का शिकार हो जाता है। कुपोषण एक गम्भीर स्थिति है और कुपोषण से बचने के लिए किसी भी व्यक्ति के आहार में पोषक तत्वों की सही मात्रा होनी चाहिये। उन्होंने आगे बताया कि हमें भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेड, वसा, विटामिन और खनिज तत्वों सहित पर्याप्त पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिये।
विकासखंड परदहां, मऊ की बाल विकास परियोजना अधिकारी डॉ0 गीता तिवारी ने बताया कि हमारे देश में गरीबी, अज्ञानता और निरक्षरता भी कुपोषण का एक महत्वपूर्ण कारक है। धन की कमी से लोग पर्याप्त पौष्टिक चीजे जैसे दूध, फल, घी इत्यादि नहीं खरीद पाते है। जिसके कारणवश वह कुपोषण का शिकार होते है। उन्होंने आगे कहा कि कुपोषण के कुछ लक्षण जैसे- शरीर की वृद्धि रूकना, कार्य करने पर शीघ्र थकान आना, मांसपेशियॉं का ढ़ीला होना अथवा सिकुड जाना, मन में उत्साह का अभाव, चिडचिड़ापन, शरीर का वजन कम होना, कमजोरी, नींद और पाचन क्रिया का गड़बड़ होना आदि है। उन्होंने यह भी बताया कि बच्चों और स्त्रियों के अधिकांश रोगों की जड़ में कुपोषण ही होता है। स्त्रियों में एनीमिया, घेंघा रोग, बच्चों में सूखा रोग, रतौंधी और यहा तक अंधत्व भी कुपोषण का ही दुष्परिणाम है।उन्होंने बताया की केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कुपोषण को खत्म करने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चला रही है।
कार्यक्रम को आगे सम्बोधित करते हुए डॉ0 जयप्रकाश यादव ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा हेतु उचित पोषण के महत्व के विषय में जनजागरूकता पैदा करना है। आज के स्वस्थ बच्चे कल का स्वस्थ भारत होंगे और उनके बेहतर स्वस्थ्य से देश के विकास, उत्पादकता तथा आर्थिक उन्नति पर स्पष्ट प्रभाव पडेगा। डॉ0 आजाद नोमानी ने बताया कि पोषणयुक्त आहार न मिल पाने के कारण न केवल कम उम्र के बच्चों में मधुमेह एवं हृदय रोग जैसी बीमारियॉं पैदा होती है, बल्कि उनमें रोगों से प्रतिरक्षा करने की क्षमता का भी ह्रास होता है। उन्होंने कहा कि आज ज्यादातर लोगों ने मीठे पेय पदार्थो का सेवन शुरू कर दिया है। जो कि किशोरावस्था में मोटापा और तेजी से वजन बढ़ने का एक मुख्य कारण है।
क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी तारिक अजीज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव एक गहन, देशव्यापी अभियान है। जो नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित कर एक जनआंदोलन में परिवर्तन करने पर ध्यान केंद्रित करेगा, और ऐसा मानना है कि स्थानीय स्तर पर किये गए छोटे-छोटे महत्वपूर्ण परिवर्तन राष्ट्रीय लाभ में हितकर साबित होंगे। अमृत महोत्सव का आयोजन हमे अपने देश की आज़ादी के लिए कुर्बान होने वाले वीर सपूतों की याद दिलाता है। हम लोगों को उनसे प्रेरित होकर देशसेवा की प्रेरणा लेनी चाहिए।
जनसंपर्क कार्यक्रम के अंतर्गत डी0पी0 चिल्ड्रेन इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों के मध्य एक प्रश्नोंत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें सही उत्तर देने वाले 30 विजेता प्रतिभागियों प्रदुम, अंशु, सलोनी, स्नेहा, काजल, निशा, नेहा, ज्योति, संजीवनी, श्याम सुंदर, अश्विनी कुमार, मोहिनी, स्नेहा, रेशमा साहनी, अनीता यादव, साहिल, श्वेता, शुभम, अनूप, रुबीना, स्वाति, अंशु यादव, खुशी, अनुज, काजल, आनंद, इजहार, पवन कुमार, शिवा, प्रतिमा भारती को विभाग की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।
इसी कार्यक्रम में प्रादेशिक लोकसंपर्क ब्यूरो,लखनऊ के पंजीकृत दल मनोज कुमार पासवान एंड पार्टी, मऊ के द्वारा लोकगीत व सांस्कृतिक कार्यकर्मो के माध्यम से लोगों का मनोरंजन करते हुए विषयगत संदेश दिया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचार सहायक श्री राम खेलावन, उमा, प्रतिभा सहित गांव के अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे।
पोस्टर, बैनर, स्टिकर, हैंडबिल, पंपलेट आदि के माध्यम से भी लोगों को जाागरूक किया गया।