सस्ते गल्ले के गोदाम से नमी युक्त गेहूं चावल दिए जानें से विफरे कोटेदार ,धांधली का लगाया आरोप

(पवन कुमार पाण्डेय)
मधुबन ।सरकारी सस्ते गल्ले के गोदाम से नमी युक्त गेहूं चावल उठान कराने एवं घटतौली करनें पर कोटेदार विफर पड़े तथा एसएमआई के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करतें हुए धांधली बरतने का आरोप लगाया है। कोटेदारों के इस विरोध को देखतें हुए गोदाम संचालकों में हड़कंप मचा रहा । कोटेदार विजयशंकर मौर्य का कहना है कि सरकारी मानक के अनुसार बोरों का वजन 50 किलों निर्धारित किया गया है । जबकि एसएमआई द्वारा 52 किलों वजन निर्धारित करतें हुए जबरदस्ती कोटेदारों को राशन उठान कराया जा रहा है । जब कोटेदार इसका विरोध कर रहा है तो एसएमआई अशोभनीय शब्दों का प्रयोग कर रहें है। कोटेदार रामध्यान यादव एवं ग्रीस चन्द मिश्रा का कहना था कि गोदाम से नमी युक्त गेहूं चावल उठान करने के लिए कोटेदारों को विवस किया जा रहा है। जबकि इस सम्बंध में उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया है लेकिन संवेदनहीन बनें हुए है ।कोटेदार विक्कन यादव ,विजयशंकर सिंह, मुन्ना गुप्ता, रविन्द्र चौहान, रामविलास सिंह आदि ने बताया कि कोटेदारों का जम कर दोहन किया जा रहा है । निःशुल्क उठान किए गए खाद्यान्न का कई महीने बीतने के उपरांत भी कोटेदारों को विभाग द्वारा कमीशन उपलब्ध नहीं कराया गया । यहां तक कि विभाग कोटेदारों के खाली बोरों को भी वापस मंगा ले रहा है । यदि इसकी उच्च अधिकारियों से शिकायत किया जाता है तो कोटे की दुकान की जांच करनें की चेतावनी दी जा रहीं है । गोदाम संचालन के धांधली से क्षुब्ध कोटेदारों ने चेताया है कि यदि अनियमितता बंद नहीं हुआ तो आन्दोलन करनें को विवस होंगे । इस संबंध में एसएमआई धर्मप्रकाश यादव का कहना है कोटेदारों का आरोप निराधार है । शासन के मंशा के अनुरूप खाद्यान्न उठान कराया जा रहा है ।बहरहाल जो हो यह जांच का विषय है अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा ।