डॉ लीना मिश्रा को कला शिरोमणि सम्मान, 67 अन्य को भी सम्मान


अग्निपथ संस्था ने अपने 14वे वार्षिक सम्मेलन में 25 दिसम्बर 2021 को राजधानी के ग्रेटर कैलाश में देश मे मानवता, समाज सेवा, साहित्य एवं कला के क्षेत्र में कार्य करने वाले 68 प्रबुद्ध जनों को सम्मानित किया।यह आयोजन अग्निपथ के प्रेसीडेंट महेन्द्र सिंह लूथरा ने गांधी आर्ट गैलरी के डायरेक्ट विनोद जैन एवं क्रिएटिव आर्ट अफेयर्स के निदेशक प्रसिद्ध चित्रकार संजय मौर्य के साथ मिलकर किया। फाइन आर्ट सेंटर की निदेशक व फ्रीलांस आर्टिस्ट डॉ लीना मिश्रा को कला शिरोमणि सम्मान कोविड के विपरीत समय मे भी कला द्वारा लगातार समाज के लिए किए जा रहे उनके प्रयासों के लिए दिया गया। “लार्जेस्ट रंगोली की सैलूट कोरोना वॉरियर्स ” 1200 स्क्वायर फीट की रंगोली अपनी टीम की दस कलाकारों के साथ बना कर वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया में अपना नाम दर्ज कराया। साथ ही लगातार ऑनलाइन वर्कशॉप द्वारा समाज मे दो गज की दूरी और मास्क है ज़रूरी का संदेशात्मक कार्यक्रम किए।देवी अहिल्या विश्विद्यालय इंदौर से 2014 में पी एच डी की। फाइन आर्ट सेंटर के माध्यम से लड़कियों को कला की शिक्षा में पारंगत किया।इन्होंने कलाकार बेटियों को प्रदर्शनी सह बिक्री के लिए मंच प्रदान किया जहां वे आर्थिक रूप से भी सबल हो सकें। प्राचार्य रामनगर डिग्री कॉलेज डॉ कौशलेंद्र विक्रम मिश्र की पत्नी डॉ लीना मिश्रा वर्तमान में लखनऊ में कला के क्षेत्र में कार्यरत है।अनेक पुरस्कारों व सम्मानों से विभूषित डॉ लीना को चित्रकला की प्रेरणा प्रकृति से मिली।आध्यामिकता इनकी कृतियों में परिलक्षित है। कला शिरोमणि सम्मान के लिए चयनित उनकी पेंटिंग शिवमयी माँ के बारे में उनका कहना है कि उनकी माँ ने पूर्णतः आध्यात्मिक जीवन जिया।शिव की अनन्य भक्त, विचारों में श्रेष्ठ व ज़मीन से जुड़ी सम्पूर्ण जीवन बेहद सादगी से बिता कर जैसे स्वयं ही देह त्याग कर चल दीं अनन्त की ओर।मां के जाने के बहुत दिनों बाद जब बनाने बैठी तो रंग कैनवास सब कम पड़ गए उन्हें रचने के लिए फिर भी जो पेंटिंग बनी आज उसी के द्वारा इतना बड़ा सम्मान मिलना उन्हीं के आशीर्वाद का फलीभूत होना है।कार्यक्रम के आयोजकों को धन्यवाद के साथ डॉ लीना ने यह सम्मान अपनी माँ को समर्पित किया।