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बी.एस.पी. सी प्रमुख सुश्री मायावती जी द्वारा आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश सहित आल-इण्डिया के सभी छोटे-बड़े पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में विभिन्न स्तर पर पार्टी संगठन की तैयारियों, कैडर के आधार पर जनाधार को सर्वसमाज में बढ़ाने के अलावा पार्टी को हर स्तर पर मज़बूत करने के सम्बंध में दिए गए निर्देशों की राज्यवार गहन समीक्षा की गई तथा इस दौरान मिली कमियों को दूर करने तथा पार्टी व मूवमेन्ट के हित में ज़रूरी दिशा-निर्देश भी दिये गये।
(2)​साथ ही, देश में अपार महंगाई, ग़रीबी, बेरोज़गारी, पिछड़ेपन, व अन्य बुनियादी सुविधाओं आदि के अभाव से पीड़ित देश की सबसे बड़ी आबादी के प्रति यहाँ यूपी में भी सरकारी अनदेखी व उदासीनता पर चर्चा की गई।
(3)​तथा अभी हाल ही में सम्पन्न महाकुंभ अगर अव्यवस्था, हादसा एवं हताहत-मुक्त होकर सरकारी दावे के अनुसार होता तो यह बेहतर होता।
(4)​केन्द्र व यूपी सरकार के बजट को लेकर अधिकतर सरकारी दावे ज़मीनी हकीकत से दूर व हवाहवाई ज़्यादा, जिस कारण करोड़ों ग़रीबों, मज़दूरों, दलितों, पिछड़ों एवं अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन में अपेक्षित सुधार का घोर अभाव, यह चिन्ताजनक। भारत कब तक ग़रीब लोगों का अमीर देश कहलाएगा?
(5)​केन्द्र व यूपी सरकार इतनी ज़्यादा ’दूरदर्शी’ हो गयी है कि उसे सवासौ करोड़ लोगों द्वारा रोजी-रोटी, स्कूल, अस्पताल, सड़क व जीएसटी कर के बोझ आदि से बदहाल स्थिति की वर्तमान ज्वलन्त समस्यायें नज़र ही नहीं आ रही हैं।
(6)​रोज़ी-रोज़गार व शान्ति व्यवस्था सहित सही ’विकास’ को धरातल पर उतारना ज़रूरी, क्योंकि देश में खासकर करोड़ों बहुजनों के समुचित व समग्र विकास के बिना देश का विकसित होना नामुमकिन
(7)​बी.एस.पी. राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा पार्टी व मूवमेन्ट के हित में पार्टी संगठन से सम्बन्धित अतिमहत्वपूर्ण फैसले लिये गये जिसके तहत् श्री आकाश आनन्द को पार्टी के सभी पदो से हटाकर अलग कर दिया है।
(8)​अब श्री आनन्द कुमार व श्री रामजी गौतम को पूरे देश के लिए पार्टी का नेशनल कोओर्डिनेटर ;छंजपवदंस ब्ववतकपदंजवतद्ध बना दिया गया है साथ ही इनके जिम्मेदारियों को भी वर्णित कर दिया गया है।
(9)​इसके अलावा पार्टी, मूवमेन्ट व संगठन की मजबूती के सम्बन्ध में कुछ जरूरी बातें रखी जिनसे पार्टी के लोगों को काफी प्रेरणा भी जरूर मिलेगी: सुश्री मायावती जी।

लखनऊ, 02 मार्च 2025, दिन रविवार: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की चार बार रहीं मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी द्वारा आज यहाँ लखनऊ में उत्तर प्रदेश सहित पार्टी के आल-इण्डिया के सभी छोटे-बडे़ पदाधिकारियों की बैठक में विभिन्न स्तर पर पार्टी संगठन के कार्यकलापों व तैयारियों, कैडर के आधार पर जनाधार को सर्वसमाज में बढ़ाने के अलावा पार्टी को हर स्तर पर मजबूत बनाने के लिए दिए गए पिछले दिशा-निर्देशों की राज्यवार गहन समीक्षा की गयी। साथ ही देश के समक्ष अपार महंगाई, ग़रीबी, बेरोज़गारी, पिछड़ेपन, आदि के विवश जीवन सम्बंधी ज्वलन्त समस्याओं के प्रति सरकारी उदासीनता तथा अभी हाल ही में सम्पन्न प्रयागराज महाकुंभ के सम्बंध में विभिन्न स्तर पर अव्यवस्था व उसमें लोगों के हताहत होने की आमचर्चाओं आदि का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के व्यापक हित तथा आमजनहित व कल्याण हेतु केन्द्र व यूपी की सरकार से अपनी कथनी और करनी में अन्तर को कम करना जरूरी। महाकुंभ अगर अव्यवस्था, हादसा व हताहत-मुक्त होकर सरकारी दावे के अनुसार होता तो यह बेहतर होता।
साथ ही, केन्द्र व यूपी के भी बजट के दौरान किए गए सरकारी दावे ज़मीनी हक़ीक़त में ज़्यादातर हवाहवाई लगते हैं। इसी कारण करोड़ों ग़रीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों एवं अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है, बल्कि अपार महंगाई, बेरोज़गारी व सरकार के अधिकतर धन्नासेठ समर्थक एवं जनविरोधी कार्यकलापों से लोगों की बदहाली बढ़ी है। इनकी आमदनी अठन्नी किन्तु खर्चा रुपया होने से बचत व परिवार की देखरेख, शिक्षा व स्वास्थ्य का काफी बुरा हाल है, यह सब अति चिन्ताजनक। वास्तव में सरकार इतनी ज्यादा ’’दूरदर्शी’’ हो गयी है कि उसे देश के सवासौ करोड़ लोगों द्वारा रोजी-रोटी, स्कूल, अस्पताल, सड़क व जीएसटी कर के बोझ आदि से बदहाल स्थिति की वर्तमान ज्वलन्त समस्यायें नज़र ही नहीं आ रही हैं। अतः सरकार की नीयत व नीति में सुधार ज़रूरी।
पार्टी बैठक में ख़ासकर यूपी के ज़िलों-ज़िलों में अपराध-नियंत्रण एवं क़ानून-व्यवस्था के नाम पर द्वेष, भेदभाव, सरकारी दमन व विध्वंस आदि के काफी मामले प्रकाश में आने की आम चर्चाओं का भी नोट लिया गया तथा इस बारे में माननीय कोर्ट द्वारा लगातार की जा रही सख़्त टिप्पणी आदि से भी यह धारणा बनी है कि यहाँ यूपी में भी क़ानून का सही से राज नहीं होकर भाजपा का पक्षपाती राज होने से आमजनता को न्याय पाना मुश्किल हो गया है। इस क्रम में बी.एस.पी. सरकार द्वारा हर बार अपनी सरकार में ’’क़ानून द्वारा क़ानून का राज’’ स्थापित करने की चर्चा का उल्लेख करते हुए बताया गया कि लोगों में फिर से यही तमन्ना जग रही है कि कब ’’बी.एस.पी. की सरकार आएगी, अच्छे दिन लाएगी’’ तथा ’’बहनजी की सरकार आएगी, बहुजनों के सुनहरे दिन लाएंगीं’’।
इस मौक़े पर अपने सम्बोधन में बी.एस.पी. प्रमुख बहन कु. मायावती जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ख़ासकर ’बहुजन समाज’ के करोड़ों लोगों के समुचित एवं समग्र विकास के बिना यूपी ही नहीं बल्कि देश भी सही से तरक्की नहीं कर सकता है। इसीलिए सरकार को राजनीतिक, साम्प्रदायिक द्वेष व पक्षपात आदि से ऊपर उठकर पूरे संवैधानिक दायित्व के साथ जनहित व जनकल्याण के लिए कार्य करना होगा।
इसी सिलसिले में विशाल आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की ग़रीबी व पिछड़ेपन आदि को दूर करके भारत को ग़रीब लोगों का अमीर देश कहलाने के बजाय करीब 140 करोड़ सम्पन्न लोगों का विकसित देश बनने में सहयोग करना होगा, जिसकी गारण्टी परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर का अति-मानवतावादी एवं कल्याणकारी संविधान सुनिश्चित करता है, लेकिन इसको पूरी निष्ठा व ईमानदारी से अमल करने के मामले में केन्द्र व यूपी आदि राज्यों की सरकारों में सही इच्छाशक्ति का अभाव रहा है, जबकि बी.एस.पी. की यूपी में रही चार बार सरकारों में इसी संविधान की शक्ति के बल पर बहुजनों के लिए बहु-प्रतिक्षित ’सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति’ का बेहतरीन कार्य करके दिखाया गया है।
इसके अलावा, बहन कु. मायावती जी नेे अगले माह दिनांक 15 मार्च को बहुजन समाज पार्टी के जन्मदाता एवं संस्थापक बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम जी की जयंती के मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा के बारे में बताया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में केवल मेरठ मण्डल के पार्टी के सभी लोग, पूर्व की तरह ही, यूपी के ज़िला गौतम बुद्ध नगर के नोएडा में बी.एस.पी. की सरकार द्वारा स्थापित ’’राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल’’ में बी.एस.पी. के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी को अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे और पार्टी व मूवमेन्ट को आगे बढ़ाने का पुनः संकल्प लेंगे।
साथ ही, यूपी में केवल लखनऊ मण्डल, कानपुर मण्डल व अयोध्या मण्डल के पार्टी के छोटे-बड़े सभी लोग राजधानी लखनऊ में माननीया बहनजी की सरकार द्वारा स्थापित किए गए विशाल एवं भव्य ’मान्यवर श्री कांशीराम जी स्मारक स्थल’ पर पहुँचकर बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम जी को अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे जबकि यूपी के बाकी सभी 14 मण्डलों के बी.एस.पी. के लोग अपने-अपने जिले या मण्डल में विचार-संगोष्ठी आदि जैसे कार्यक्रम हर वर्ष की ही तरह आयोजित करके बी.एस.पी. सरकार द्वारा यूपी में पार्टी की सरकार के दौरान जनहित एवं जनकल्याण सम्बंधी विकास के साथ ही अपराध नियंत्रण व कानून व्यवस्था के मामले में ’’कानून द्वारा कानून का राज’’ स्थापित करने जैसे बेहतरीन व ऐतिहासिक कार्यों के बारे में लोगों को जागृत करेंगे।
इससे पहले दिल्ली की बैठक में मा. बहनजी ने मान्यवर श्री कांशीराम जी की जयंती के सम्बंध में आल-इण्डिया कार्यक्रमों की रूपरेखा के बारे में पार्टी के लोगों को यह कहा था, जिस क्रम में दिल्ली प्रदेश के लोग नोएडा नहीं जाकर बल्कि नई दिल्ली में स्थित ’’बहुजन प्रेरणा केन्द्र’’ में बहुजन नायक को अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित करेंगे तथा उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। बाकी सभी राज्यों में, इनकी जयन्ती पूर्व की तरह ही विचार-संगोष्ठी के रूप में आयोजित करके इनको अपनी श्रद्धा अर्पित करेगें।
​इसके साथ ही, उन्होंने पार्टी व मूवमेन्ट के हित में बी.एस.पी. के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी के बारे में यह भी बताया कि वैसे मान्यवर श्री कांशीराम जी ने अपने रिश्ते-नातों आदि को पार्टी में कार्य करने के लिए कभी भी मना नहीं किया था, लेकिन इस मामले में उनका यह भी कहना था कि वे भी अर्थात् मेरे रिश्ते-नाते भी पार्टी में अन्य लोगों की तरह ही कार्य कर सकते हैं किन्तु यदि इसकी आड़ में जिस दिन वे मेरे नाम का दुरूपयोग करके पार्टी व मूवमेन्ट को नुकसान पहुचायेंगे तो उसी दिन मैं उनको पार्टी से तुरन्त ही निकाल कर बाहर कर दूँगा जिसके कई उदाहरण हैं और इस मामले में पंजाब के लोग तो अच्छी तरह से जानते हंै।
​और उनके पदचिन्हों पर चलकर ही मैंने भी उनकी एक ईमानदार व निष्ठावान शिष्या एवं उत्तराधिकारी होने के नाते श्री अशोक सिद्धार्थ को जो श्री आकाश आनन्द के ससुर भी है, उसे अब पार्टी व मूवमेन्ट के हित में पार्टी से निकाल कर बाहर किया है, जिसने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में पार्टी को दो गुटों में बाँटकर इसे कमजोर करने का यह अति-घिनौना कार्य किया है जो कतई भी बर्दास्त करने लायक नहीं है, और यह सब उनकी लड़के की शादी में भी देखने के लिए मिला है।
​जहाँ तक इस मामले में श्री आकाश आनन्द का सवाल है तो आपको यह मालूम है कि श्री अशोक सिद्धार्थ की लड़की के साथ इनकी शादी हुई है और अब श्री अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकालने के बाद उस लड़की पर अपने पिता का कितना प्रभाव पड़ता है तथा आकाश पर भी उसकी लड़की का कितना प्रभाव पड़ता है तो यह सब भी अब हमें काफी गम्भीरता से देखना होगा जो अभी तक कतई भी च्वेपजपअम नहीं लग रहा है। ऐसे में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में श्री आकाश आनन्द को पार्टी की सभी जिम्मेवारियों से अलग कर दिया गया है, जिसके लिए पार्टी नहीं बल्कि पूर्ण रूप से इसका ससुर श्री अशोक सिद्धार्थ ही जिम्मेवार है तथा जिसने पार्टी को नुकसान पहुँचाने के साथ-साथ श्री आकाश आनन्द के पोलिटिकल कैरियर को भी खराब कर दिया है।
​और अब इसके स्थान पर पूर्व की तरह ही श्री आनन्द कुमार ही पार्टी का सभी कार्य करते रहेंगे और यह पहले की तरह ही अभी भी मेरे लखनऊ व बाहर दौरे के दौरान् पार्टी का सभी कार्य करते रहते है जिसने अभी तक किसी भी मामले में मुझे निराश नहीं किया है अर्थात् इन्होंने पार्टी व मूवमेन्ट को अभी तक कोई भी नुकसान नहीं पहुँचाया है
​ऐसी स्थिति में उन्होंने पार्टी के लोगों की सहमति से अपने इस सबसे छोटे भाई श्री आनन्द कुमार को, जो पार्टी में पिछले काफी वर्षों से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी है जो यह मेरी गैर-हाजिरी में व मेरे दिशा-निर्देशन में पार्टी का पूरा पेपर-वर्क व खासकर पार्टी का इनकम टैक्स एवं कोर्ट-कचेहरी आदि से सम्बन्धित तथा पूरे देश में चुनाव के दौरान् मेरे चुनावी दौरे आदि का भी पूरा प्रबन्ध का कार्य देखते रहें हंै, जिसने अपनी सरकारी नौकरी छोड़कर बी.एस.पी. के संस्थापक एवं जन्मदाता मान्यवर श्री कांशीराम जी के गम्भीर बीमार होने पर व उस दौरान् मेरे बाहर दौरे के समय में भी यह मेरी गैर-हाजिरी में इनकी पूरी देखभाल करते रहें हैं तथा फिर यह मेरे साथ रहने भी लगे थे, अब यह दिल्ली में पार्टी का सभी जरूरी कार्य देखने के साथ-साथ पूरे देश में, पार्टी के लोगों से अपना पूरा सम्पर्क भी बनाकर रखते है जिसकी पूरी जानकारी समय-समय पर यह मुझे देते हंै। इसलिए वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर अब इनको पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना रहने के साथ-साथ पार्टी में इनको पार्टी का नेशनल कोओर्डिनेटर भी बना दिया गया है।
​इनके साथ-साथ इनको पूरा सहयोग देने व पूरे देश में पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए अब पार्टी ने एक और भी दूसरा नेशनल कोओर्डिनेटर श्री रामजी गौतम को बना दिया है जिनकी मेहनत व कार्य शैली के बारे में पार्टी के सभी लोग काफी खुश भी हैं और इन पर मेरे साथ-साथ श्री आनन्द कुमार का भी पूरा-पूरा भरोसा है।
​इस प्रकार से अब वर्तमान मे बदले हुये हालातों में पार्टी व मूवमेन्ट के हित में पार्टी के दो नेशनल कोओर्डिनेटर बना दिये गये है। अर्थात् श्री आनन्द कुमार व श्री रामजी गौतम को, यानि की इन दोनों को आज से पार्टी का नेशनल कोओर्डिनेटर बना दिया है। इन दोनों में से श्री आनन्द कुमार का प्रमुख कार्य यह होगा कि वह दिल्ली में ही ज्यादातर रहकर पार्टी का पूरा पेपर-वर्क व अन्य जरूरी कार्यों को देखने के साथ-साथ पार्टी के लोगों से पूरे देश में अपना सम्पर्क भी बनाकर रखेंगे और उनसे दिल्ली में मिलने के लिए अपना पूरा समय भी देंगे।
​लेकिन इनके साथ-साथ पार्टी के दूसरे नेशनल कोओर्डिनेटर श्री रामजी गौतम यह पूरे देश में हर स्टेट में जाकर पार्टी की प्रगृति रिपोर्ट लेंगे और साथ ही पार्टी के जनाधार को भी बढ़ाने के लिए मेरे द्वारा समय-समय पर दिये गये जरूरी दिशा-निर्देशों को लागू करवायेंगे तथा जहाँ-जहाँ चुनाव नजदीक होंगे, तो वहाँ यह अपना ज्यादा समय देंगे। अर्थात् इनका ज्यादातर कार्य फील्ड का ही होगा।
​इसके अलावा श्री आनन्द कुमार के बारे में यहाँ मैं यह भी अवगत कराना चाहती हूँ कि वर्तमान में बदले हुये हालात में, पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब इन्होंने अपने बच्चो का रिश्ता भी गैर-राजनैतिक परिवार के साथ ही जोड़ने का फैसला लिया है ताकि श्री अशोक सिद्धार्थ की तरह अब आगे कभी भी अपनी पार्टी को किसी भी प्रकार से कोई नुकसान आदि ना हो सके।
​इतना ही नहीं बल्कि अब मैंने खुद भी यह फैसला लिया है कि मेरे जीते जी व मेरे आखिरी सांस तक भी अब पार्टी में मेरा कोई भी उत्तराधिकारी नहीं होगा। जिस फैसले का पार्टी के लोगों ने दिल से स्वागत किया। इसके साथ-साथ पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती जी ने अपनी उस बात को आज फिर से दोहराया है कि मेरे लिए पार्टी व मूवमेन्ट पहले है। भाई-बहन व उनके बच्चे तथा अन्य रिश्तेनाते आदि सभी बाद में हैं। इसी परिपेक्ष्य में उन्होंने पार्टी के लोगों को यह भी विश्वास दिलाया है कि जब तक मैं जिन्दा रहूँगी तो तब तक मैं अपने आखिरी सांस तक भी अपनी पूरी ईमानदारी व निष्ठा से पार्टी को आगे बढ़ाने का हर सम्भव पूरा-पूरा प्रयास करती रहूँगी।
इसके साथ-साथ बी.एस.पी. प्रमुख सुश्री मायावती जी द्वारा बैठक में समीक्षा के दौरान उल्लेखित कमियों को दूर करके आगे के पार्टी कार्यक्रमों के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए। साथ ही, अभी हाल ही में यूपी के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में बी.एस.पी. द्वारा कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ने के फैसले के बावजूद भी समाजवादी पार्टी की हुई जबरदस्त हार का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अब इसके लिए सपा किसको ज़िम्मेदार ठहराएगी क्योंकि पिछले उपचनुाव में पार्टी की हार के लिए सपा ने बी.एस.पी. को जिम्मेदार ठहराने का मिथ्या प्रचार किया था। जबकि कुल मिलाकर, सपा और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और भाजपा व अन्य जातिवादी पार्टियों को केवल अम्बेडकरवादी नीति व सिद्धान्त वाली बी.एस.पी. ही पराजित कर सकती है, यह बात पूरे देश के सर्वसमाज के लोगों को जरूर समझना चाहिये। इन्हीं जरूरी बातों के साथ ही फिर बैठक का समापन कर दिया गया।
जारीकर्ता:
बी.एस.पी. यूपी स्टेट यूनिट
12 माल एवेन्यू,
लखनऊ-226001

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