108 वर्ष की दादी का निधन, दोहरीघाट के मुक्तिधाम पे हुआ अंत्येष्टि
@आनन्द कुमार…
जिन्दगी जहां कम होती जा रही है, ऐसे में आज के दौर में 108 वर्ष की आयु तक जिन्दगी का सफर करना अपने आप में काफी मायने रखता है। ऐसे उम्र वालों की यात्रा वृतांत का यह आखिरी दौर चल रहा है, अब ऐसे लोगों का समाचार कदाचित ही जानने और सुनने को मिलेगा। कह लिजिए कि वर्तमान के इस दौर में सौ की उम्र पार वालों का यह अन्तिम यात्रा चल रहा है, कुछ दिन में अब ऐसे लोग कहानी और किस्से की कड़ी बन जाएंगे। मऊ जनपद की कसारा की मूल निवासी और नगर के सहादतपुरा स्थित डा. एस.सी. तिवारी की गली के रहने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता डा. मधुकर राय की 108 वर्ष की वयोवृद्ध दादी श्रीमती रामरती राय पत्नी स्व. बिन्देश्वरी राय का मंगलवार की शाम 5 बजे निधन हो गया। वे इधर कुछ दिनों से बीमार थी। लेकिन दो माह पूर्व वे आराम से अपना सभी काम कर लेती थी। 108 वर्ष की उम्र के पड़ाव पर रामरती राय अधिक उम्र तक जीवन जीने की एक मिसाल थी। अपने पीछे परिवार का पूरी फौज छोड़ गई स्व. रामरती राय जाते जाते पूरे परिवार को रूला गई। मासूम बच्चों से लेकर बड़ों तक को प्यार दुलार करने और बिना डांटे ऊंच नीच समझाने की जिंदा मिसाल थी। उनका शव यात्रा बुधवार की सुबह उनके पैतृक आवास कसारा दोहरीघाट के सरयू तट स्थित मुक्तिधाम पर गई। जहां उनको मुखाग्नि उनके पुत्र डा. नरेन्द्र राय ने दी। शव यात्रा में राजेंद्र राय, डा. अमृत आनन्द राय, प्रशांत राय, उत्तम सिंह, विकास सिंह सहित कसारा स्थित आवास पंहुच पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में प्रमुख रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक राम मोहन, एडीजीसी राजेश पांडेय, नगर कार्यवाह सुनील कुमार, ज्ञान प्रकाश सिंह, सुनील कुमार दूबे सोनू, राजेश केडिया, धर्मेंद्र राय सभासद, आत्म प्रकाश मोनू, प्रिंस गुप्ता, पारस मणि सिंह दीपू, प्रदीप कुमार, वीरेंद्र कुमार सह जिला कार्यवाह, श्रीराम, जिला कार्यवाह विनोद कुमार , डॉ अम्बरीष दुबे, चन्द्रापीड मिश्र, प्रवीण बरनवाल,ए डी जी सी किशन सिंह, प्रशांत रत्नम, अभिषेक बरनवाल आदि रहे।