मऊ सपा में जिला पंंचायत चुनाव के बाद बगावत
मऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष के हुए उप चुनाव में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव की पत्नी अंशा यादव की करारी हार के बाद आनन-फानन में सपा जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश द्वारा सपा से बगावत करके मतदान करने वाले चार जिला पंचायत सदस्यों व नेताओं को बाहर का रास्ते दिखाने के बाद जिले में राजनीतिक हलचल अचानक तेज हो गया है।
बुधवार को एक प्लाजा में आयोजित संयुक्त प्रेसवार्ता के दौरान सपा के बागी नेता देवनाथ यादव, विद्युत प्रकाश यादव, सुबाष चन्द यदुवंशी, अखिलेश सिंह राठौर ने सीधे-सीधे सपा जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव से जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव परिणाम आने के बाद नैतिकता के आधार पर त्याग पत्र मांगा है। सपा के बागी नेताओं का कहना था कि समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव को हम लोगों को निकालने का कोई भी संवैधानिक अधिकार नहीं है। साथ ही साथ यह भी कहा कि अंशा यादव को पार्टी द्वारा प्रत्याशी ही नहीं बनाया गया था । यह भी कहा कि पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव द्वारा अपनी पत्नी अंशा यादव के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में हार के कारण जिस तरह से खिसियानी बिल्ली की कहावत हैं उसी तरह के आचरण करते हुए हम लोगों को पार्टी से बाहर करने की सूचना दी गई है। कहा की शायद जिलाध्यक्ष को सपा पार्टी का नियम व संविधान मालूम नहीं हैं पार्टी से निकालने का अधिकार किसको हैं। केवल जिलाध्यक्ष जिला पार्टी की बैठक बुला कर प्रस्ताव बना कर प्रदेश कार्यालय को भेज सकता हैं। यह भी कहा कि जहां तक हम लोगों को जानकारी हैं कि अंशा यादव को पार्टी द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाया गया था । जिलाध्यक्ष अपनी पत्नी की हैसियत से चुनाव लड़ा रहे थे। पार्टी द्धारा कोई निर्देश या प्रपत्र जारी नहीं किया गया था। जिलाध्यक्ष धर्मप्रकाश यादव को हम लोगों को निकालने से पहले नैतिकता के आधार पर पार्टी व जिलाअध्यक्ष पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए था क्योंकि धर्मप्रकाश यादव का परिवार कभी समाजवादी नहीं रहा हैं एवं पार्टी के पद पर रहते हुए केवल व्यक्तिगत काम किया हैं । सपा के बागी नेताओं की प्रेसवार्ता के बाद जिले में अचानक राजनीतिक पारा परवान चढ़ गया है।