मऊ के हिन्दी भवन में नाट्य मंचन में देखिए अजब-गजब इंसाफ यहां कै, विदाई, सम्राट अशोक व आला अफसर
मऊ। फिल्मी पर्दे पर और घर में लगे टेलीविजन की दुनिया में आप फिल्म और नाटक तो बहुत देखते हैं। लेकिन नाट्य में रुचि रखने वाले लोगों के लिए अगर नाटक के बेहतरीन कलाकार आंखों के सामने मंच पर खुद अपनी प्रस्तुति दें तो, ऐसे नाट्य व मंचन का देखने का आनंद ही कुछ और है। ऐसे नाट्य मंचन और ऐसे महान कलाकार को देखने सुनने और इनसे कुछ सीखने का मौका बहुत कम ही मिलता है। ऐसे में जब यह कलाकार आपके शहर में आपके बीच में अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं तो ऐसे नाटकों देखकर ना सिर्फ हमें और आपकों इन कलाकारों का उत्साहवर्धन करना चाहिए बल्कि यह देखना चाहिए कि वास्तव में यह कलाकार फिल्मी व टीवी की दुनिया के कलाकारों से कहीं अलग हैं। इनके मंचन की बात ही अलग है और निराली है।
समूहन कला संस्थान एवं हिंदी साहित्य परिषद मऊ के संयुक्त तत्वाधान में संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के सौजन्य से मऊ नगर के हिंदी भवन के प्रांगण में समूहन भ्राम्यमान नाट्य समारोह का आयोजन आज से तीन दिवसीय दिनांक 18 जनवरी 2018 गुरुवार से शुरु होकर 19 व 20 जनवरी प्रतिदिन सायं 05 बजे से एम्बियांस प्रस्तुतियां व प्रतिदिन सायं 06 बजे से नाट्य प्रस्तुतियां होगीं।
गुरुवार को शुभारंभ हो रहा है इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिन एंबियांस प्रस्तुति में “राजस्थानी संगीत” साधना सोनकर एवं साथी द्वारा पेश की जाएगी। रविन्द्र नाथ टैगोर की मूल कथा “विदाई” जिसके नाट्य आलेख संतोष कुमार एवं निर्देशक राजकुमार शाह हैं की प्रस्तुति की जाएगी।
19 जनवरी को ही दिन में एक बजे हिंदी भवन के सभागार में “कला संस्कृति और समाज के निर्माण में मीडिया की भूमिका” विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें डीसीएसके पीजी कॉलेज के हिंदी विभाग से डॉ सर्वेश पांडेय, जीवनराम इंटर कॉलेज के हिंदी व्याख्याता डॉ मृत्युंजय तिवारी, एसोसिएट प्रोफेसर अर्थशास्त्र डीसीएसके पीजी कॉलेज डॉ सीपी राय, डीएवी पीजी कॉलेज आजमगढ़ की अध्यक्ष हिंदी विभाग डॉ गीता सिंह, अग्रसेन पीजी कॉलेज आजमगढ़ की प्राचार्य डॉ प्रिया मुखर्जी एवं श्री गांधी पीजी कॉलेज मालटारी आजमगढ़ के असिस्टेंट प्रोफेसर शिक्षा संकाय डॉ अखिलेश चन्द्र होंगे। इस कार्यक्रम के संयोजक डॉ रामनिवास राव तथा निवेदक राजकुमार शाह निदेशक सम्मोहन कला संस्थान हैं।
19 जनवरी 2018 को शुक्रवार को एम्बियांस की प्रस्तुति में अजीत ऋषिकेश एवं साथी द्वारा “यूपी के लोकगीत” की प्रस्तुति की जाएगी। उसके बाद संस्कार भारती गोरखपुर की प्रस्तुति “सम्राट अशोक” आलेख दया प्रकाश सिंहा व निर्देशक चितरंजन त्रिपाठी की प्रस्तुति जाएगी।
20 जनवरी को दिन शनिवार को 5 साधना सोनकर एवं साथी की भजन संगीत तथा 5:30 बजे विनोद रस्तोगी स्मृति संस्स्थान की प्रस्तुति “आला अफसर” , जिसके नाट्य आलेख मुद्रा राक्षस एवं निर्देशक आतमजीत सिंह हैं।
20 जनवरी को ही सायंकाल 7:00 बजे समूहन कला संस्थान की प्रस्तुति “अजब-गजब इंसाफ यहां कै” की प्रस्तुति की जाएगी जिसके नौटियाल एक राम प्रकाश शुक्ला निर्मोही एवं निर्देशक राजकुमार साह एवं रोजी दूबे हैं।