नहीं रहे विश्व विमोहन शर्मा
गाजीपुर के इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम पर कई पुस्तके लिखने वाले लेखक विश्व विमोहन शर्मा का वाराणसी के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे रेवतीपुर के रहने वाले थे। वे कांग्रेसी नेता, विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा के पुत्र थे। गांधी युग में ग़ाज़ीपुर, गांधी युग में जनपद ग़ाज़ीपुर वृहद संस्करण, राष्ट्रीय आन्दोलन में जनपद ग़ाज़ीपुर आदि तमाम पुस्तकों में गाजीपुर को अलंकृत करने वाले विश्व विमोहन अपने आप में एक अलग शख़्सियत थें।
वरिष्ठ पत्रकार गोपाल जी राय कहते हैं उनसे हमारी मुलाकात 2014 में शेरपुर के शहीदों पर मांधाता राय की पुस्तक मोहम्मदाबाद तहसील कांड के विमोचन के समय पर हुई थी, उसके बाद से उनसे लगातार फोन पर बातचीत होती रही, वे बार बार कहते रहे मै जल्दी ही दिल्ली आऊंगा। पिछले वर्ष में जब गाजीपुर एक शादी में गया था उन्हें पता चला तो उन्होंने मेरे पास किसी को भेज दिया जो मुझे लेकर सैयदबारा ले गया। उन्होंने अपनी कई पुस्तके भेट की। आज अचानक जब उनके निधन का समाचार मिला तो विश्वास ही नहीं हुआ। कई लोगों से बात करके पता लगाया।तो निधन की सूचना सही मिली।
उन्हें सादर नमन।
वहीं गाजीपुर के मनीष राय कहते हैं मन दुखी है क्योंकि अब दुबारा कभी मिलना नहीं हो सकता। रेवतीपुर में शर्मा जी का परिवार के नाम से इन लोगों को सभी जानते हैं। पीढ़ियों से ही इस परिवार की ख्याति रही है।परिवार ने देश की स्वतंत्रता के लिए लडाई भी लड़ी है स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व० विश्वनाथ शर्मा जी की प्रतिमा भी गांव में लगी है। आज इनके दोनों बेटे संजय शर्मा, एवं संदीप शर्मा अपने कार्य क्षेत्र में प्रतिष्ठित माने जाते हैं। सब कुछ अच्छा चल रहा था लेकिन जीवन की सबसे बड़ी सच्चाई भी यही है की जो जन्म लेता है उसे एक न एक दिन शरीर छोड़ना ही पड़ता है। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ।।विनम्र श्रद्धांजलि।।