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बैंक के खिलाफ उपभोक्ताओं ने काटा बवाल

@ पवन कुमार पांडेय
मधुबन।तहसील क्षेत्र के दरगाह स्थित इलाहाबाद बैंक (IB) की एक पुराने शाखा पर खाताधारकों ने जमकर हंगामा किया। बैंक शाखा बीते करीब दो सालों से बंद पड़ा है। शाखा संचालक यानी बीसी खाताधारकों का लाखों रूपए लेकर फरार है। ऐसे में शुक्रवार को बैंक शाखा से कागजात एवं अन्य सामान लेने आये बैंक कर्मियों को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। हालात यह रही कि बैंक कर्मियों को खाली हाथ ही जल्दी से वहां से भागना पड़ा। आक्रोशित खाता धारकों का कहना था कि जब तक उनके बकाया राशि का भुगतान नहीं हो जाता, यहां से एक भी सामान नहीं जायेगा।बता दें कि तहसील क्षेत्र के दरगाग में इलाहाबाद बैंक का ब्रांच है। आरोप है कि दो साल पूर्व यहां का संचालक बीसी खाताधारकों का लाखों रुपए लेकर फरार हो गया।
खाताधारकों को जमा की कच्ची रशीद थमा दी। जबकि उनके खाता में पैसे नहीं जमा कराये। दो साल पूर्व बैंक बंद होने पर जब खाता धारक इलाहाबाद बैंक की दूसरी शाखा में जाकर अपना बैलेंस चेक कराये तो उन्हें इस फ़्रॉड का पता चला। तब से अब तक बेचारे खाताधारक अपनी जमा पूंजी के लिए इधर उधर भटक रहे हैं। खाताधारक कमलेश राजभर, मौलाना महबूब आलम, दुर्गेश गोंड, वीरेंद्र कुमार, जहीर अहमद आदि का आरोप था कि उनमें से किसी का 70 हजार, किसी का 50 हजार तो किसी का 20 हजार बैंक में फंसा हुआ है। ऐसा सैकड़ों ग्राहक के साथ हुआ है।ग्राहको का आरोप है कि उनके साथ फ़्रॉड बैंक के कर्मचारी ने किया है,ऐसे में पैसे के भुगतान की ज़िम्मेदारी भी बैंक की ही बनती है। हमारा बकाया पैसा हमें मिल नहीं जाता, यहां से कोई भी सामान बैंक का कोई कर्मी नहीं लेकर जा सकता।
वहीं बैंक शाखा बंद होने से मकान मालिक का 3 साल से अधिक का किराया भी फंसा हुआ है। कमरा खाली कराने आये बैंक कर्मियों का कहना था कि हम लोग केवल अपने उच्च अधिकारियों के आदेश का पालन करने आये थे। ग्राहक की शिकायतों का समाधान बैंक के रीजिनल ऑफिस बनारस से होगा। उन्होंने आक्रोशित ग्राहकों को अपनी शिकायत वहां जा कर करने की सलाह दी।

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