देवकली देवलास फेसबुक पेज पर कोरोना काल में शिक्षा की चुनौतियाँ विषय पर चर्चा का आयोजन
मऊ।’देवकली देवलास: एक अद्भुत धार्मिक स्थल’ फेसबुक पेज पर रविवार को आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम के अंतर्गत “कोरोना काल में शिक्षा की चुनौतियाँ” विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वक्ता के रूप में वैदेही यादव (पूर्व प्रधानाचार्य, देवर्षि इंटर कॉलेज, देवकली देवलास, मऊ), श्रीमती गीता सिंह (प्रवक्ता-हिन्दी एवं उप प्रधानाचार्य, देवर्षि इंटर कॉलेज, देवकली देवलास, मऊ), श्री शिव सकल पाण्डेय (टीजीटी-अंग्रेजी, केन्द्रीय विद्यालय, कानपुर) एवं डॉ. सारिका शर्मा (दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग में कार्यरत एवं प्रतिष्ठित लेखिका तथा कवयित्री) को आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम के प्रारंभ में पेज के एडमिन और राजभाषा अधिकारी तथा कवि देवकान्त पाण्डेय ने आमंत्रित वक्ताओं का परिचय देते हुए उनका स्वागत किया। सभी वक्ताओं ने संदर्भित विषय पर अपने विचार रखे और सभी लोग इस बात पर सहमत थे कि कोरोना काल में शिक्षा की स्थिति बदतर हुई है। शहरी क्षेत्रों में जहाँ साधन-संपन्न लोग हैं वहाँ तो ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई-लिखाई हो रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं है । अधिकांश लोगों के पास आवश्यक सुविधाएँ यथा मोबाइल, लैपटॉप और इंटरनेट कनेक्टिविटी की सुविधा उपलब्ध नहीं है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों की शिक्षा पूरी तरह से प्रभावित हुई है। श्री वैदेही यादव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में ऑनलाइन शिक्षा ज्यादा उपयोगी नहीं साबित हो रही है । इस क्षेत्र में ऑफलाइन शिक्षा ही एकमात्र बेहतर उपाय है लेकिन कोरोना की वजह से वह संभव नहीं दिखती। श्रीमती गीता सिंह ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें कोरोना काल में छात्रों को बेहतर शिक्षा दे पाने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आंशिक सफलता ही मिल पा रही है। श्री शिव सकल पाण्डेय ने केंद्रीय विद्यालय के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देने के जो प्रयास हो रहे हैं वे पूरी तरह से प्रभावी तो नहीं हैं लेकिन दूसरा विकल्प न होने की वजह से इसी पर फोकस किए जाने की जरूरत है। डॉ. सारिका शर्मा ने वर्तमान में दिल्ली में शिक्षा की स्थिति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कोरोना ने जो चुनौतियाँ पेश की हैं उसके लिए उपलब्ध विकल्पों को ही अपनाया जा सकता है। सुविधा विहीन लोगों को आवश्यक सुविधाएं देनी होंगी और इसके लिए सरकार के साथ-साथ, समाज सेवी संस्थाओं व सम्पन्न व्यक्तियों को आगे आना होगा। यह कार्यक्रम बहुत रोचक रहा और दर्शकों ने इसे खूब सराहा। डॉ. सारिका शर्मा ने अपनी एक कविता भी सुनाई जिसे दर्शकों ने काफी पसंद किया। वक्ताओं ने दर्शकों द्वारा पूछे गए विभिन्न प्रश्नों का भी उत्तर दिया।