मस्जिद व ईदगाहों में नमाज़ अदा कर दी एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद

शहर में अमन के साथ पढ़ी गई ईद उल फित्र की नमाज़,
शमशीर अहमद सुलेमानी…
मऊ। रमज़ान के तीस रोज़े पूरे कर मुस्लिम भाइयों ने मंगलवार की सुबह ईद उल फित्र की नमाज़ ईदगाहों व मस्ज़िदों में अदा किया।
ज्ञातब्य हो कि पिछले दो वर्ष से कोरोना के कारण लॉक डाउन की परिस्थिति में ईदगाहों व मस्जिदों में एक साथ नमाज़ अदा करने पर पाबंदी के कारण लोग अपने अपने घरों में नमाज़ अदा करने को मजबूर थे लेकिन इस साल दो वर्षों बाद लोग ईद की नमाज़ सुकून व शांति भरे माहौल मे अपने मुहल्ले के ईदगाहों व मस्ज़िदों में अदा किया और सारे जहा में अमन व शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
इसी क्रम में शहर के मुहल्ला मुंशीपुरा नई बस्ती के नई ईदगाह में लोगों ने अकीदत के साथ इदु उल फित्र की नमाज़ अदा किया। इस अवसर पर मस्जिद के इमाम मौलाना मक़सूद अहमद ने चंद लफ़्ज़ों से लोगों को खिताब किया। कहा कि यह ईद उल फित्र मोमिनो के लिए अल्लाहपाक के तरफ से तोहफा है जो माहे रमज़ान का एक माह का रोज़ा रहने के बाद खुदा अपने खास बंदों को देता है। मोमिन बंदा जो भी एक माह में मशक्कत व परेशानियों को रोज़े के वजह से उठाता है तो उसका खुदा आज के दिन पूरा पूरा बदला उसे ईद के रूप में देता है। जिसका लोग खुशियों से स्वागत करते हैं। ईद की नमाज़ कारी आलमगीर ने अपने बुलंद व मीठे आवाज़ में कुरान की तिलावत कर अदा किया। इस अवसर पर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। लोग नमाज़ अदा कर एक दूसरे के गले मिले तथा ईद की मुबारकबाद दिया। बच्चों में भी काफी उत्साह देखने को मिला। वही दुसरी तरफ महगाई की मार के वजह से निम्न तबके के लोगों में मायूसी भी देखने को मिली क्यों कि महंगाई ने उनकी हर ख्वाहिश को पूरा न करने को मजबूर कर दिया है क्योंकि महंगाई आसमान पर है ऐसे में एक आम आदमी के लिए अपनी हर ख़्वाहिश को पुरा करना नामुमकिन सी बात बनकर रह गई है।


