भाजपा ने मऊ के 10 पदाधिकारियों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया
मऊ जनपद के सियासत में वृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने मधुबन विधानसभा से भाजपा से बगावत कर वीआईपी पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं भरत भैया को पार्टी से निष्कासित होने का पत्र जारी किया ही था और भरत भैया ने पलटवार करते हुए कहा था कि मैंने तो पहले ही पार्टी छोड़ दी है भाजपा मुझे क्या निकालेगी। शुक्रवार को उसी क्रम में मधुबन विधानसभा में दूसरी कड़ी में लगभग 10 भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को पार्टी के प्रदेश महामंत्री मुख्यालय प्रभारी विधायक गोविंद नारायण शुक्ला ने मधुबन 353 विधानसभा से भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी रामविलाश चौहान के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं सभी दस नेताओं को भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित कर दिया तथा इसकी सूचना प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महामंत्री व क्षेत्रीय अध्यक्ष गोरखपुर सहित मऊ के जिलाध्यक्ष को भेज दिया है। विधायक गोविंद नारायण शुक्ला के पत्र द्वारा मऊ के निष्कासित नेताओं में भाजपा के जिला महामंत्री राधेश्याम सिंह, जिला मंत्री बबलू ठठेरा, मंडल अध्यक्ष मधुबन आलोक मल्ल, मंडल अध्यक्ष फतेहपुर मंडाव मनोज गुप्त, मंडल अध्यक्ष दरगाह संजय सिंह, मंडल अध्यक्ष बडरांव उमेश मोर्य, मंडल महामंत्री बडरांव आलोक राय, मंडल महामंत्री मधुबन मुन्ना सिंह, जिला उपाध्यक्ष भारतीय जनता युवा मोर्चा कौशल चौहान एवं भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यसमिति के सदस्य अजय यादव को तत्काल प्रभाव से भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित कर दिया पार्टी है। द्वारा इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को निकाले जाने से पार्टी में खलबली मची हुई है। वही मधुबन विधानसभा में भाजपा के लिए सिरदर्द बने भरत भैया भाजपा प्रत्याशी के मार्ग में रोड़ा अटकाते नजर आ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी अपने सभी 4 विधानसभा सीटों पर ऐसे लोगों पर कढ़ी और पैनी नजर बनाए हुए हैं वह किसी भी कीमत पर पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं द्वारा अनुशासनहीनता बर्दाश्त करने के पक्ष में नहीं है।