सुबह गवना में विदा होकर ससुराल पहुंची, विवाहिता ने शाम को किया आत्महत्या
@ फ़तेह बहादुर गुप्त…
रतनपुरा/मऊ । गवने में विदा होकर जिस दिन ससुराल पहुंची, उसी दिन विवाहिता ने हुक से ओढ़नी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पिलखी वरुणा ग्राम पंचायत के गोनईपुर पूरवे में संध्या यादव 24 वर्ष पत्नी सुधीर यादव बृहस्पतिवार को लगभग 12:00 बजे दिन में गवने में विदा होकर हंसी खुशी अपने ससुराल गोनईपुर पहुंची। नई बहू के आने के उपलक्ष्य में परिवार में खुशी का माहौल था। परंतु कुछ ही घंटों में खुशी का यह माहौल मातम में बदल गया। गोनईपुर निवासी सूर्यभान यादव के पुत्र सुधीर यादव का 21 नवंबर 2021 को बलिया जनपद के उभांव थाना अंतर्गत जियूतपुरा गांव निवासी संध्या यादव पुत्री अनिरुद्ध यादव के साथ विवाह हुआ था। शादी के 2 महीने बाद संध्या ससुराल से मायके चली गई। संध्या के मायके वाले माता पिता दिल्ली में रहते हैं। संध्या भी अपने परिजनों के साथ दिल्ली चली गई। ससुराली जनों ने 10 मई को संध्या के गौने का दिन निश्चित किया था, और दिल्ली जाकर गवने की रस्म पूरी कर बहू को लेकर हंसी खुशी 12 मई को घर पहुंचे। संध्या यादव का पति सुधीर यादव रतनपुरा स्थित फंटेशिया वॉटर पार्क में कार्य करता है। बहू के आने के बाद सास सायं लगभग 4:30 बजे अपने मायके लोहटा शादी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सुधीर यादव के साथ चली गई। जाते समय संध्या ने अपने पति सुधीर यादव से पूछा था कि आप कब लौटेंगे, सुधीर ने कहा था कि मुझे देर हो सकती है, तो संध्या ने कहा आने के पहले फोन कर दीजिएगा। सुधीर अपनी मां को लेकर ननिहाल चला गया, और घर की शेष औरतें सायं काल चाय पीने के बाद गांव से जा रही एक बारात में परछावन देखने चली गई। पुरुष जन बाहर थे, घर में संध्या अकेली थी, और उसने एक कमरे में जाकर कब हुक में ओढनी से फंदा बनाकर आत्महत्या कर लिया, यह किसी को पता नहीं था। सभी यह समझ रहे थे कि बहु दिल्ली से आई है काफी थकी होगी, इसलिए वह आराम कर रही है। या सो गई होगी। इसलिए किसी ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास नहीं किया। लेकिन सायंकाल जब 7:30 का समय हो गया तो घर के लोगों ने संध्या का दरवाजा खुलवाने के लिए आवाज लगाई, दरवाजा अंदर से बंद था। जब काफी प्रयास के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो ससुराली जनों को शंका हुई, दरवाजा तोड़कर देखा गया तो संध्या हुक से उढनी के सहारे लटकी हुई थी। उसका प्राणांत हो गया था। बहू की स्थिति देखकर सभी अवाक रह गए, और खुशी का माहौल मातम में बदल गया ।बहू ने ऐसा क्यों किया यह किसी की समझ में नहीं आ रहा था। ससुराली जनों ने तुरंत संध्या के माता पिता को दिल्ली में दूरभाष के माध्यम से इस हादसे की सूचना दी। इसके बाद पुलिस को भी सूचना दी गई ।लगभग रात्रि में 8:30 बजे पुलिस पहुंची ,और शव को कब्जे में लेकर थाने आई। सूचना पर संध्या का पति सुधीर और सास भी मौके पर पहुंचे ।मायके से संध्या के चाचा रामकृपाल यादव मौके पर पहुंचे, परंतु संध्या के पिता अनिरुद्ध यादव ने दूरभाष पर सूचित किया कि दिल्ली से आने के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा। समाचार दिए जाने तक संध्या के माता पिता दिल्ली से वाराणसी पहुंच चुके हैं। इस घटना को लेकर पूरे गांव में मातम का माहौल है। आखिर नवविवाहिता ने ऐसा कदम क्यों उठाया। इस प्रश्न पर सभी चर्चा कर रहे हैं ।