रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय पंहुचे बलिया, पत्रकार आन्दोलन को दिया समर्थन

बलिया। पेपर लीक मामले में फर्जी तरीके से गिरफ्तार किए गए तीन पत्रकारों की रिहाई की मांग को लेकर संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले डीएम कार्यालय परिसर में पत्रकारों का चल रहा क्रमिक अनशन मंगलवार को छठवें दिन भी जारी रहा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय रहे। जबकि विशिष्ठ अतिथि पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने पत्रकारों के क्रमिक अनशन में हिस्सा लिया। मंगलवार को बैरिया तहसील के पत्रकारों का एक बड़ा समूह क्रमिक स्थल पर पहुंचकर आंदोलन को धार दिया। वक्ताओं ने निर्दोष पत्रकारों की रिहाई की मांग करते हुए भ्रष्ट अफसरों के निलंबन की मांग की। उधर, बलिया के अलावा आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर और बनारस, कानपुर से बड़ी संख्या में पत्रकार व समाजसेवी बलिया कलेक्ट्रेट पहुंच क्रमिक अनशन का समर्थन किया।
संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा को अपना समर्थन देने लखनऊ-छपरा एक्सप्रेस से बलिया पहुंचे मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पांडेय तथा बैरिया की धरती से जिला मुख्यालय पहुंचे पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। अतिथि द्वय ने सबसे पहले शहीद पार्क चौक स्थित बापू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर चौक से पैदल जुलूस निकालकर चित्तू पांडेय चौराहा पहुंचे। इसके बाद वह टीडी कालेज चौराहा स्थित शहीद रामदहीन ओझा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पैदल जुलूस के साथ कलेक्ट्रेट स्थित क्रमिक अनशन में शामिल हो पत्रकारों को अपना समर्थन दिया। इस मौके पर मुख्य अतिथि रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडेय ने जहां पत्रकारों को न्याय दिलाने के लिए बलिया की बागी धरती से लखनऊ तक पदयात्रा निकालने की घोषणा की, वहीं पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह क्रमिक अनशन को संबोधित करते हुए संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर आमरण अनशन एवं जेल भरो आंदोलन में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ इस आंदोलन में हिस्सेदारी करने की घोषणा की। राष्ट्रीय पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामशरण्सा कटियार ने कहाकि बलिया के पत्रकार अजित कुमार ओझा, दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता की रिहाई के लिए संयुक्त पत्रकार संघर्ष मोर्चा के बैनर तले पिछले एक पखवाड़े से आंदोलन चलाया जा रहा है। पत्रकारों के समर्थन में बलिया ही नहीं पूरा प्रदेश व देश खड़ा हो गया है। हर वर्ग और हर तबका पत्रकारों के साथ खड़ा है। चेताया कि अगर अविलंब पत्रकारों को रिहा नहीं किया गया तो इस आंदोलन को और तेज कर दिया जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। भाकपा (माले) के केंद्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य श्रीराम चौधरी ने कहा कि जितना दोषी बलिया के डीएम व एसपी है,उससे ज्यादे अधिक दोषी हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री भी है। कारण कि उन्होंने पत्रकार मामले अभी तक डीएम व एसपी के विरूद्घ कार्रवाई क्यों नहीं की। उन्होंने मांग किया तत्काल निर्दोष पत्रकारों को रिहा करो और भ्रष्ट डीएम व एसपी को बर्खास्त किया जाय। मऊ जनपद से पधारे पत्रकार धमेंद्र भारद्वाज ने कहा कि सच को उजागर करने वाले चौथा स्तम्भ को कुचलने का काम किया जा रहा है तो आमजन को क्या न्याय मिलेगा। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है। इस बागी बलिया से निकली चिंगारी प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में ज्वालामुखी के रूप में फैल चुकी है। जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि अयोध्या प्रसाद बिंद ने कहा कि निर्दोष पत्रकारों को फर्जी तरीके से गिरफ्तार कर तानाशाह डीएम व एसपी अपनी काली करतुतों को छिपाने का काम किया है। जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा। वरिष्ठ पत्रकार मनोज चतुर्वेदी ने बलिया डीएम व एसपी के काली करतुतों को एक-एक कर उजागर करने का किया। इसके अलावा रिहा करो रिहा करो निर्दोष पत्रकारों को रिहा करो गीत से जोश भरने काम किया। बैरिया तहसील से पधारे वरिष्ठ पत्रकार विश्वनाथ तिवारी ने कहा कि निर्दोष रूप से गिरफ्तार किए गए तीनों पत्रकारों को अविलंब बिना शर्त के रिहा किया जाय और भ्रष्ट डीएम व एसपी को निलंबित किया जाय। कहा कि बलिया के डीएम व एसपी तानाशाह हो गए हैं। इन्हें सही व गलत का एहसास नहीं हो पा रहा है। वरिष्ठ पत्रकार मकसूदन सिंह ने कहा कि पत्रकारों का आंदोलन रिहाई तक चलती रहेगी। उन्होंने चौथे स्तम्भ को बचाने वाले तीन निर्दोष पत्रकारों के रिहाई के लिए पीएम मोदी को अपने खून से पत्र लिखकर भेजने का काम किया। इस प्रकार गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, कानपुर समेत अन्य जिलो से पहुंचे पत्रकार साथियों तथा विभिन्न संगठनों से पधारें वक्ताओं ने अपने ओजस्वी संबोधन से जिला प्रशासन व पुलिस महकमा के काली करतुतों को बताने का काम किया। इस मौके पर बैरिया तहसील से लवकुश सिंह, रवींद्र मिश्र, सुनील पांडेय, विश्वम्भर गुप्ता, अनिल सिंह, सुमित सिंह, सुरेश मिश्र, गांधी पांडेय, गाजीपुर से पधारे महेशानंद श्रीवास्तव, अजय सिंह, प्रशांत सिंह, विशाल गुप्ता, पिंटू सिंह, दिनकर उपाध्याय, कमलेश उपाध्याय, आजमगढ़ से पधारे विनोद कुमार सिंह, माता प्रसाद तिवारी, अवधेश यादव, विनोद यादव, मुन्ना सिंह, मऊ से पधारें विनय कुमार, श्रीमती पूनम सिंह, अरविंद्र मूर्ति, राजेश गुप्ता, बलवंत यादव, जाकिर हुसैन, अरविंद गोंडवाना, अजय भारती, करूणा सिंधु सिंह, रणजीत मिश्रा, मकसूदन सिंह, संजय तिवारी, अखिलेश यादव, मनोज चतुर्वेदी, मुकेश मिश्रा, राजू दुबे, सन्नी, सनंदन उपाध्याय, विक्की गुप्ता, जितेंद्र उपाध्याय, कैलासपति मिश्रा, प्रभात पांडेय, धनंजय तिवारी, कृष्णकांत पांडेय, हसन खां, कंचन सिंह, विवेक जायसवाल, राजकुमार यादव, रोशन जायसवाल, रत्नेश सिंह, अमित कुमार, सुनील दादा, आलोक कुमार, जयराम अनुरागी, सुरेमन, माले नेता लक्ष्मण यादव, उपेंद्र, संजय सिंह, श्याम प्रकाश शर्मा, दिनेश गुप्ता, आसिफ जैदी, मुशीर जैदी, समेत सैकड़ों पत्रकार, अधिवक्ता, व्यापारी, छात्रनेता आदि मौजूद रहे। संचालन श्रवण कुमार पांडेय ने किया।