देवप्रकाश राय का प्रयास लाया रंग मऊ में बनेगा जीरो बी रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज
डॉ. अरूण कुमार मिश्र
जी हां। मऊ जनपद के जन्मदाता पूर्व केंद्रीय मंत्री विकास पुरुष स्वर्गीय कल्पनाथ राय का सपना था मऊ जनपद के चतुर्दिक विकास का। स्व. कल्पनाथ राय की राजनीतिक सूझबूझ से 19 नवंबर 1988 को मऊ जनपद अपने अस्तित्व में आया और उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी के कर कमलों मऊ जनपद की नींव रखी गई।
कल्पनाथ राय द्वारा मऊ नगर को तीन तरफ से ओवरब्रिज से जोड़ दिया गया लेकिन मऊ नगर के व्यस्ततम बालनिकेतन रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाए जाने का उनका सपना उनके मन में ही रह गया। अब उस सपने को मूर्त रूप दिया जा रहा है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल में।
लेकिन इसके पीछे जिस शख्शियत ने अथक परिश्रण किया और जिनका प्रयास और दौड़ धूप रंग लाया वे हैं जनपद मऊ के ही ग्राम सहरोज निवासी जाने माने समाजसेवी एवं किसान नेता देवप्रकाश राय। देव प्रकाश राय न तो सांसद हैं न विधायक, वे जिला पंचायत और नगर पालिका के अध्यक्ष भी नहीं हैं। लेकिन विकास के प्रति जुनून ऐसा है और कुछ अलग करने का लक्ष्य की संसद और विधानसभा में बैठे माननीयों को भी देव प्रकाश राय के विकास कार्य के प्रति दृढ़ इच्छा शक्ति को देख शर्म आती होगी।
बताते चलें की मऊ नगर के जीरो-बी रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने के लिए शासन द्वारा 98 करोड़ 83 लाख 96 हजार रुपये की मंजूरी दी जा चुकी है। अपर मुख्य सचिव वित्त एवं वित्त आयुक्त की अध्यक्षता में लखनऊ में आयोजित बैठक में मऊ जीरो-बी रेलवे क्रासिंग पर प्रस्तावित ओवरब्रिज के प्रोजेक्ट को व्यय वित्त समिति की अंतिम स्वीकृति प्रदान कर दी गई।
मऊ नगर के बालनिकेतन रेलवे क्रासिंग जीरो-बी ओरवब्रिज के निर्माण का रास्ता साफ होने से मऊ नगर व जिले के लाखों लोगों में खुशी का वातावरण है।
मऊ शहर के मुख्य प्रवेश द्वार पर स्थित बालनिकेतन रेलवे क्रासिंग संख्या जीरो-बी कई दशकों से मऊनाथभंजन नगर पालिका के लगभग चार लाख और जिले के 24 लाख लोगों के प्रतिदिन का सिरदर्द था। सच तो यह है की मऊ जनपद के जन्मदाता पूर्व केंद्रीय मंत्री कल्पनाथ राय बालनिकेतन रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनवाने की तैयारियां कर ही रहे थे कि 06 अगस्त 1999 को हृदयगति रुक जाने से उनका निधन हो गया और जीरो-बी रेलवे क्रासिंग पर लगने वाला जाम शहर का नासूर बन गया। सैकड़ों धरना-प्रदर्शन के बावजूद जब प्रदेश सरकारों ने ध्यान नहीं दिया तो मऊ जनपद के ग्राम सहरोज निवासी जाने माने किसान नेता समाजसेवी देवप्रकाश राय ने शहर के जाम के निराकरण की मांग करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दिया।
जनहित याचिका संख्या 3389/2018 देवप्रकाश राय बनाम जिला मजिस्ट्रेट एवं अन्य पर हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन, रेलवे, पीडब्ल्यडी, उत्तर प्रदेश सेतु निगम, नगर पालिका आदि ने बैठक किया और डीएम ने 21 जुलाई 2018 को अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर जीरो बी पर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण की अनुमति मांगी। कोरोना को लेकर लगे पहले लाकडाउन के दौरान ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बालनिकेतन रेलवे क्रासिंग संख्या जीरो-बी पर ओवरब्रिज बनाने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए उत्तर प्रदेश सेतु निगम को इसका आगणन तैयार करने की जिम्मेदारी सौंप दी। सेतु निगम की ओर से 105 करोड़ की लागत का आगणन कर शासन की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव भेजा गया था।
ओवरब्रिज की आठ साल तक लड़ाई लड़ने वाले जाने माने समाजसेवी व राष्ट्रीय लोकदल के पूर्व प्रदेश महासचिव देवप्रकाश राय ने कहा कि 98.83 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत कराकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मऊ जनपदवासियों को बड़ी सौगात दिया है।
देव प्रकाश राय के इस उपलब्धि पर पूर्वी संसार के वरिष्ठ पत्रकार डॉ. अरूण कुमार मिश्र ने उनसे मुलाकात कर बातचीत किया। आइए जानते हैं क्या सवाल और जवाब हुआ।
“पूर्वी संसार” से बातचीत में देवप्रकाश राय ने कहा की मऊ नगर व जिले का वर्षों पुराना सपना अपने दूसरे कार्यकाल के पहले ही वित्तीय वर्ष में पूरा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे जिले को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है।
देव प्रकाश राय ने बताया कि कभी …कभी मन में निराशा के भाव आ जाते थे लेकिन मैने जब देखा कि गोरखपुर के विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर की वर्षो पुरानी दुकानें तक तुड़वा दिया तो मुझे विश्वास हो गया की मुख्यमंत्री विकास की राह में आने वाली हर समस्या का हल जरूर करेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को जितनी बधाई एवं साधुवाद दिया जाय कम है।
समाजसेवी देव प्रकाश राय पर ये पंक्तियां बिल्कुल फिट बैठती हैं ……
साहिल के सुकू से किसे इनकार है लेकिन…..
तूफान से लड़ने में मजा और ही कुछ है……
और ……
जहां पहुंच के कदम डगमगाएं हैं सबके…..
उसी मकान से अब अपना रास्ता होगा…..
“पूर्वी संसार” से बातचीत में राज्य सेतु निगम आजमगढ़ के उप परियोजना प्रबंधक आर एस राय ने बताया कि मऊ बालनिकेतन रेलवे क्रासिंग पर ओरवब्रिज के निर्माण की हर बाधा दूर हो चुकी है। शासन से वित्तीय स्वीकृति भी हो चुकी है। बहुत जल्द निर्माण कार्य शुरू होगा।