खास-मेहमान

ए रामा कईसन करोनवा…..

मेरी कलम से…
अखिलानन्द यादव

चईता ……

चईत में माटी होता सोनवा…
ए रामा… कईसन करोनवा…..

एकत..केहू ना, गेहूं के कटवइया ।
दूजे घेराईल बाड़े, सूरत में सइया ।।

कईसे के करी हम फोनवा…..
ए रामा… कईसन करोनवा……..

कइले तकलीफ दूर, मोदी जी भोजन के ।
पांच सौ रुपइया, भेजवले जन धन के ।।

मुफ्त में मिलत बा राशनवा ….
ए रामा… कईसन करोनवा…..

सूरत में सुरक्षित सइया तू रहिह
तनको फिकिर ना दुलहिया के करिह

#आनंद संगे खुश तोहार मोनवा ….
ए रामा कईसन करोनवा…..

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