इरफान खान के निधन पर सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि का सैलाब
■ बॉलीवुड एक्टर इरफान खान का 54 साल की उम्र में हो गया निधन, मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में थे भर्ती
■ फिल्मी जगत में सुपरस्टार बनने की होड़ से इतर किरदारों को जीते थे इरफान खान
■ एक्टिंग नहीं, बल्कि किरदार को जीने वाला एक्टर था इरफ़ान खान
■ प्रथा, हासिल में गम्भीर इरफ़ान ने बिल्लू व पान सिंह तोमर में मनवाया लोहा
(श्रीराम जायसवाल)
मऊ। प्रथा और हासिल जैसी शुरुआती फ़िल्मों से सफ़र शुरू करके चाणक्य जैसे सीरियलों के रास्ते हॉलीवुड तक अपनी बड़ी-बड़ी आँखों से बोलते अभिनय की धाक जमाने वाले, भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिभा ग्लोबल अभिनेताओं में से एक, एक सच्चे भारतीय इरफ़ान का यूँ जाना तोड़ गया। 54 वर्षीय इरफान खान के इलाज के दौरान मृत्यु की सूचना लोगों को स्तब्ध कर गया। स्थिति है कि हजारों मील दूर मुंबई में राजस्थान में जन्में इरफान के निधन का असर पूर्वांचल सहित समूचे देश के सोशल मीडिया पर देखा जा सकता है। जहां कुछ उन्हें बिल्लू बार्बर के रूप में याद कर रहे हैं वहीं पान सिंह तोमर जैसी ऐतिहासिक मूवी का बागी लोगों के सोशल मीडिया पर छाया हुआ है।
प्रख्यात कवि डॉ कुमार विश्वास ने उन्हें चन्द पंक्तियों के माध्यम से दिया।
“रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई,
तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई !
इक बार तो ख़ुद मौत भी घबरा गई होगी,
यूँ मौत को सीने से लगाता नहीं कोई..!”
गौरतलब हो कि इरफान खान के निधन की सूचना मिलते ही समूचा सोशल मीडिया फेसबुक व्हाट्सएप टि्वटर इत्यादि से भर गया। वर्तमान राजनीतिक व कोरोना जैसी महामारी के बीच लॉक डाउन से जूझ रहे लोगों ने इरफान पठान खान को श्रद्धांजलि देने में सारी हदें तोड़ दी। इरफान खान का जन्म भले ही हजारों किलोमीटर दूर जयपुर व कर्मभूमि उतनी ही दूर मुंबई में हो लेकिन सोशल मीडिया व आपसी चर्चाओं को देखकर ऐसा लगा जैसे इरफान अपने ही बीच का कोई लाल हो।
बॉलीवुड एक्टर इरफान खान का 54 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती थे, उनकी हालत काफी गंभीर थी। जबकि 3 दिन पहले उनकी माँ का जयपुर में निधन हो गया था।
लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से इरफ़ान खान के एक फिल्म के डायलॉग “चांद पर बाद में जाना जमाने वालों, पहले धरती पर रहना सीख लो” को इंगित करते हुए कहाकि इरफान ने इससे सन्देश दे दिया। वहीं पान सिंह तोमर के बहुचर्चित संवाद “बिहड़ में बागी होते हैं… डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट में” भी खूब पोस्ट किए गए।


