मऊ के एम. नोएम को मिला जामिया मिल्लिया के 10+2 प्रवेश परीक्षा में आल इंडिया में प्रथम रैंक
@ सईदुज़्ज़फर/आनन्द कुमार…
मऊ। ना कोई स्कूल छोटा होता है ना कोई स्कूल बड़ा होता है अगर स्कूल में शैक्षणिक माहौल बेहतर है और उसमें पढ़ने वाले छात्र के अंदर कुछ अलग मुकाम हासिल करने की जज्बा है, तो वह स्कूल भी बड़ा होता है उसके बच्चे भी बड़े होते हैं और वहां का माहौल भी बड़ा होता है और इन सभी को बड़ा बनाने में ऐसे होनहारों के साथ खड़ा होता है स्कूल का प्रबंधतंत्र व शिक्षक। वैसे तो मऊ में स्कॉलर पब्लिक स्कूल किसी परिचय का मोहताज नहीं है वहां की शिक्षा व्यवस्था, मऊ में एक अलग ही स्थान रखता है। और इसी स्कॉलर पब्लिक स्कूल का कोई छात्र अगर ऑल इंडिया में पहला स्थान प्राप्त करें तो फिर मऊ का मान सम्मान तो बढ़ता ही है बढ़ता है। स्कॉलर पब्लिक स्कूल के प्रबंधकीय कमेटी से लेकर शिक्षण कार्य में लगे अध्यापक, अध्यापिका व बच्चे भी बधाई के पात्र हो जाते हैं। उच्च शिक्षा के कालेज व स्कूल के मामले में मऊ जनपद भले ही पीछे हो लेकिन अपने सीमित संसाधन व छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के बदलते माहौल और जुनून की बदौलत और शिक्षकों की मेहनत की वजह से मऊ के नन्हे, किशोर व युवा सितारे देश प्रदेश में अलग स्थान स्थापित करते बुलंदियों पर पहुंच न सिर्फ मऊ के लोगों को गौरवान्वित कर रहे हैं, अपनी प्रतिभा के बल पर पूरे भारत में मऊ का नाम रौशन कर रहे हैं।
ऐसा ही कुछ कर दिखाया है मऊ के एक छात्र मोहम्मद नोएम ने, इन्होंने ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया नई दिल्ली के 10+2 की प्रवेश परीक्षा में आल इंडिया में प्रथम रैंक प्राप्त कर अपने माता-पिता व गुरूजनों के साथ ही अपने शहर का नाम रौशन किया है। आपको बता दें कि इस प्रवेश परीक्षा में पूरे भारत से लगभग पचास हज़ार छात्र सम्मिलित होते हैं, इसकी प्रवेश परीक्षा क्वालीफाई करना ही एक बड़ी बात होती है। ऐसे में मऊ के मुहल्ला डोमनपुरा कसारी निवासी अब्दुर्रहमान (मौलाना अब्दुल हकीम) के पौत्र व रज़ीयुर्रहमान के पुत्र मोहम्मद नोएम ने ना सिर्फ ये परीक्षा क्वालीफाई की बल्कि आल इंडिया प्रथम रैंक प्राप्त की।
इनकी प्राथमिक शिक्षा स्कालर पब्लिक स्कूल से हुयी और मऊ के स्कालर फाउंडेशन से ही इन्होंने कोचिंग भी की। स्कालर के स्कालर मोहम्मद नोएम के इस कामयाबी पर मऊ वासी गदगद हैं। लोगों ने कहा कि मऊ बदल रहा है मऊ के बच्चे मऊ को शिक्षा की बदौलत ऊंचाई पर ले जाने के लाए तन-मन से लग गये हैं।
इनकी सफलता पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
बधाई देने वालों में विशेष रूप से ओवैस तरफदार, ओज़ैर गृहस्त, पूर्व सांसद सालिम अंसारी, डॉ शकील अहमद, जावेद चंदन, पूर्व पालिकाध्यक्ष अरशद जमाल, सईदुज़्ज़फर, अफज़ल राना, राशिद ज़्या, हनीफा नोमानी, डॉ इम्तियाज़ नदीम, जमाल अर्पण, डॉ अजवद आदि शामिल हैं।