सदर से अब्बास, घोसी से दारा, मधुबन से रामविलाश व मुहम्मदाबाद से राजेंद्र बने विधायक

@ आनन्द कुमार…
मऊ। आखिरकार (बाप) मोख्तार अंसारी की राजनैतिक विरासत को संभालने में बेटे अब्बास अंसारी जनता की अदालत सफल हो गए और वे सदन में जाकर मऊ की आवाज बनेंगे। शुरुआती मतगणना में बाहरी क्षेत्रों में काफी पीछे चल रहे हैं अब्बास अंसारी जब शहर के ईवीएम की गणना में बढ़त बनाए तो बढ़त बनाते ही गए और बढ़त उन्होंने इतना बनाया कि अब तक के पांच बार विधायक रहे अपने पिता के रिकार्ड को भी पीछे छोड़ दिया और मऊ जनपद की 4 विधानसभाओं में सबसे ज्यादा वोट से जीतने वाले प्रत्याशी साबित हुए। ऐसे में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के छड़ी से अब्बास अंसारी अब सदन में जाकर मऊ के लोगों की आवाज बनेंगे।
गाजीपुर जनपद के यूसुफपुर मुहम्मदाबाद के रहने वाले मुख्तार अंसारी के बड़े पुत्र अब्बास अंसारी का मऊ में यह दूसरा राजनीतिक सफर है। इसके पहले वे 2017 में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी के रूप में घोसी से अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। लेकिन वहां पर वे वर्तमान में बिहार के राज्यपाल फागू चौहान से हार गए थे। फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल बनाए जाने के बाद उन्हें इस सीट पर दोबारा लड़ने का मौका बसपा की मुखिया मायावती ने नहीं दिया था।
2022 का चुनावी बिगुल बजते ही अब्बास अंसारी मऊ के विधानसभा में अपने पिता के लिए राजनीतिक जिम्मेदारी संभालने के लिए दिन रात एक किए थे, कि अचानक फार्म खरीदने के बाद मुख्तार अंसारी का चुनाव ना लड़ने का फरमान किन्ही कारणों से आया उसके बाद अब्बास अंसारी स्वयं मऊ सदर सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से प्रत्याशी बन गए। अब्बास को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की छड़ी से टिकट मिलने की उम्मीद और समाजवादी पार्टी का मऊ सदर से प्रत्याशी ना बनना काफी फायदे का सौदा साबित हुआ उनके लिए ओमप्रकाश राजभर पूरी ताकत से अपने लोगों को क्षेत्र में लगाकर उनकी चुनाव को जिताने की रणनीति बनाने लगे।
मऊ जनपद के मऊ सदर 356 विधानसभा सीट से अब्बास अंसारी, सुभासपा 124691 वोट पाएं। वहीं दूसरे स्थान पर भाजपा के अशोक सिंह 86575 वोट मिला। 38116 वोट के रिकार्ड मतों से विजयी हुए।
वहीं बसपा के प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को 44516 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। वहीं कांग्रेस के माधवेंद्र बहादुर सिंह को 6589 वोट, पीस पार्टी के मुनव्वर मुर्गा को
2406 वोट, आप के विक्रांत सिंह, 623 वोट पाए।
वहीं 353 मधुबन विधानसभा सीट से भाजपा के रामविलाश चौहान 79032 वोट पाकर सपा के उमेशचंद्र पाण्डेय 74584 वोट को 4448 मतों के मामूली अंतर से पराजित किया। वहां बसपा की नीलम कुशवाहा 51185 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रही। भाजपा के बागी व वीआईपी के भरत सिंह 8011 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। अमरेश चंद्र पांडेय, कांग्रेस 3871 वोट, फौजी किशन गोड़, आप को 2231 वोट मिला।
354 घोसी विधानसभा से सपा के प्रत्याशी व पूर्व कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान 108430 वोट पाकर भाजपा विधायक विजय राजभर 86214 वोट को 22 हजार 216 वोट से पराजित किया। वहां बसपा के वसीम इकबाल चुन्नू को 54248 वोट, प्रियंका यादव, कांग्रेस को 2012 वोट, पंकज कुमार, आप को 510 वोट व नोटा का प्रयोग 1249 लोगों ने किया।
जनपद की एक मात्र मुहम्मदाबाद गोहना सुरक्षित 355 विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी पूर्व मंत्री राजेंद्र कुमार को 94396 वोट मिला। यहां भाजपा की पूनम सरोज 67852 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहीं। बसपा के धर्मचन्द्र गौतम 56254 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। बनवारी राम, कांग्रेस को 2448 वोट, अंकित राव, आप को 732 वोट मिला।





