अटल रहे सुहाग सभी का हे वट वृक्ष…

डाक्टर महिमा सिंह, चेन्नई, तमिलनाड…
अटल रहे सुहाग सभी का हे वट वृक्ष ।
रहे अक्षय सुहाग जैसे तुम
हे अक्षय वट ।
देना वरदान यही सदा के लिए जीवनसाथी रहे सदा खुशहाल ।बना रहे अटल संग साथ हमारा।
महिमा मांगे यही आशीष
रहे दमकता सिंदूर हमारा।
करो सम्मान अपने रीति-रिवाजों व्रत त्योहारों का सखियों लाते हैं ये हमको तुमको और करीब रखना इनसे चोली दामन का तुम साथ। आते हैं हर बार ये लाते हैं खुशियां संग साथ हजार। मानो इनको जानो इनको हृदय से तुम।
है ये अमरबेल खुशियों की
करो जतन सहेजो इनको
करो यतन है महिमा इनकी
अगणित जो तुम मानो जानो।
रची बसी इनमें जीवन की खुशियां हजार।
मेरी रचना को अपने पोर्टल पर स्थान देने के लिए बहुत-बहुत हार्दिक आभार 🙏🙏🥰💐