रचनाकार जब तक निष्काम नहीं होता, तब तक कोई राम नहीं होता। August 11, 2024 admin बृजेश गिरि, मऊ… जब तक निष्काम नहीं होता तब तक कोई राम नहीं होता। अयोध्या की बात निराली है, ऐसे ही कोई धाम नहीं होता। श्री प्रभु का नाम लिए बिना, हृदय को आराम नहीं होता। सब कर्मों के कर्त्ता राम ही हैं, अपने से कोई काम नहीं होता।