उत्तर प्रदेश

जब कलेक्टर के सामने पत्रकारों के सवालों पर विधायक की हुई बोलती बंद!

०जिस पत्रकार को जानते और पहचानते नहीं, उस पर विधायक ने करा दिया 9 धाराओं में मुकदमा. कहाँ गलती हो जाती है.

@ अरविंद सिंह
०तो हम पत्रकारों को विधायक जी का बुरा नहीं मानना चाहिए. इस उम्र में गलतियां हो जाती हैं..वैसे भी आजमगढ़ के विधायक दुर्गा यादव अब बुजुर्ग हो चुकें हैं. अरे चालीस बरस कम नहीं होता विधायकी के, चालीस बरस पहले पैदा हुआ बच्चा, आज चालीस बसंत देख चुका होगा, इस दौरान एक पूरी पीढ़ी पैदा और जवां हो अधेड़ बनने के सफ़र में होती है. इस कालखंड में गंगा,जमुना और तमसा में कितना पानी बह गया होगा.
ऐसे में बच्चों से ही नहीं, बुजुर्गों से भी गलतियां हो जाया करती हैं. वैसे ही जैसे हमारे समाजवादी विधायक के नेता समाजवादी मुलायम सिंह यादव का ऐतिहासिक बयान कि- ‘बच्चों से गलतियां हो जाया करती हैं.’ यहाँ विधायक जी से गलती हो गई तो क्या करें…!
इसलिए हमें उनका बुरा नहीं मानना चाहिए. आज जब जर्नलिस्ट क्लब, कलेक्टर आजमगढ़ से मिलने उनके कार्यालय में पहुंचा तो डीएम साब! विधायक दुर्गा प्रसाद यादव और समाजवादी प्रत्याशियों से मुलाक़ात कर रहे थें. बाहर दो दर्जन पत्रकारों का जत्था मुलाकाती था- साहब के सुरक्षाकर्मी ने ख़बरनवीशों को ख़बर दी- ‘अंदर डीएम साब और समाजवादी पार्टी के बीच बैठक चल रही है. विधायक जी भी है’.
हम जिनकी शिकायत लेकर कलेक्टर के दरबार में जा रहे थे.
वे, कलेक्टर से मिटिंग कर रहे थे. मुद्दा क्या था, वह तो विधायक और कलेक्टर जानें. हम पत्रकार तो अपने एजेण्डें पर थें.
कुछ देर इंतजार के बाद समाजवादी कुनबा बाहर हुआ..और हम अंदर..जा ही रहे थे. जिनि खोजा तिनि पाईंयां.. की तरह विधायक जी डीएम आफिस में ही मिल गयें-

पत्रकारों ने सवाल दागां-

विधायक जी! ‘इनको जानते हैं?’-

विधायक जी—‘नहीं’,

पत्रकार—फिर इनके ऊपर 9 धाराओं में आप ने मुकदमा क्यों करा दिया.? यही सौरभ उपाध्याय पत्रकार हैं.

विधायक जी- सुनते ही बोलती बंद! फिर संभलते और दांत चियारते हुए
— अरे भाई सब खत्म हो जाएगा..! तहरीर में किसी ने नाम डाल दिया!

पत्रकार- लेकिन इस मुकदमे के वादी तो आप ही हैं.

विधायक जी– अरे भाई गलती हो जाती है.. सब वापस हो जाएगा. पत्रकारों से हमारा कोई विवाद थोड़े है.
…… संवाद खत्म..
लेकिन विधायक जी सवाल यह है कि सपा-भाजपा की लड़ाई में पत्रकार कैसे आ गया. आप ने अपने विपक्षी के खिलाफ मुकदमा किया..और विपक्षी आप पर.. ! फिर उसमें पत्रकार को कैसे घुसेड़ दिया…!
यह है कानून और उसकी विधायिका के सदस्य विधायक जी का लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकार.. दुरू(प्रयोग)..
फिलहाल जिला निर्वाचन अधिकारी ने जर्नलिस्ट क्लब की मांग पर त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया.

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