मिसाल-ए-मऊ

मऊ के पूर्व डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने सहजन से निर्मित लड्डू, बर्फी, पेड़ा व चूर्ण की प्रदर्शनी का किया उद्घाटन

मऊ के पूर्व डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी

मऊ। नगर के डीसीएसके पीजी कालेज के सभागार में रविवार को समाजसेवी श्रीमती गीता पांडेय द्वारा भारत की महत्वपूर्ण प्राकृतिक वनस्पति सहजन द्वारा बनाये गए उत्पाद पर एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्य अतिथि पूर्व जिलाधिकारी जनपद मऊ ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने मां सरवस्ती के चित्र पर माल्यार्पण करके किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि श्रीमती गीता पांडेय सहजन को लेकर गंभीरता से जो कार्य कर रही हैं वह प्रशंसनीय व बधाई योग्य है। उन्होंने कहा कि श्रीमती पाण्डेय ने सहजन से लगभग 300 बीमारियों को दूर करने का कारगर निदान किया है। वे सहजन के केवल फल ही बल्कि जड़, पत्ती, फूल, तना पर विशेष प्रयोग की हैं जो स्वास्थ की दृष्टि से अत्यंत लाभदायक है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को सहजन को अपने घर का हिस्सा बनाते हुए उसे दैनिक प्रयोग में लाया जाना चाहिए। कहा कि आज सहजन से स्वादिष्ट मिठाईया लड्डू, बर्फी पेड़ा इत्यादि बनाई जाती है। सहजन द्वारा निर्मित एक प्रकार का चूर्ण पेट संबंधित बीमारियों के लिए अत्यंत लाभदायक है। उन्होंने कहा कि श्रीमती गीता पांडेय द्वारा सहजन के उत्पादों से स्टाल सजाया गया।

मऊ के पूर्व डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी
मऊ के पूर्व डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी


इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में डीसीएसके पीजी कालेज के प्राचार्य डॉ सर्वेश पांडेय ने कहा कि देश प्राकृतिक पदार्थों से पटा हुआ है, हमें उसमें से बेहत्तर विकल्प को अपने जीवन को बेहत्तर बनाने के लिए प्रयोग में लाना चाहिए। अन्य विशिष्ट अतिथि के रुप में प्रवक्ता मनोज सिंह, प्रोबेशन अधिकारी समाज कल्याण विभाग समर बहादुर सरोज मौजूद रहे।
अंत में सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम की आयोजिका श्रीमती गीता पांडेय ने सभी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए। सहजन के उत्पादको पर संक्षेप में प्रकाश डाला और इसके प्रयोग से दैनिक जीवन के प्रयोग में होने वाले फाएदों को बताया। इस अवसर पर प्रधानाचार्य देवभास्कर तिवारी, ऋषिकेश पाण्डेय, श्रीमती विनिता त्रिपाठी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मशहूर शायर सलमान घोसवी ने किया।

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